Dosti Shayari

रोक कर बैठे हैं कई समंदर आँखों में, दगाबाज़ हो सावन तो क्या, हम खुद ही बरस लेंगे…!!!

दुआ करते है आपको किसी बात का गम ना हो, आपकी आँखे किसी बात पर कभी नम ना हो, हर रोज मिले आपको एक नया दोस्त, पर…किसी में हमारी जगह लेने का दम ना हो…..!!!

मेरे लफ़्ज़ों से न कर मेरे क़िरदार का फ़ैसला, तेरा वज़ूद मिट जायेगा मेरी हकीक़त ढूंढ़ते ढूंढ़ते.......!!!

तेरे चेहरे को कभी भुला नहीं सकता, तेरी यादों को भी दबा नहीं सकता, आखिर में मेरी जान चली जायेगी, मगर दिल में किसी और को बसा नहीं सकता........!!!

आपने अपनी आंखो में नूर छुपा रखा है, होश वालों को दीवाना बना रखा है, नाज कैसे ना करूं आपकी दोस्ती पर, मुझ जैसे नाचीज को 'खास' बना रखा है........!!!

इक उम्र गुज़ार दी हमने, रिश्तों का मतलब समझने में, लोग मसरूफ हैं…..मतलब के रिश्ते बनाने में.......!!!

काटो के बदले फूल क्या दोगे, आँसू के बदले खुशी क्या दोगे, हम चाहते है आप से उमर भर की दोस्ती, हमारे इस शायरी का जवाब क्या दोगे........!!!

उस शख्स को पाना इतना मुश्किल भी नही मेरे दोस्त, मगर जब तक दूरी न हो मुहब्बत का मजा नही आता......!!!

बुलबुल बैठा पेड पर मैने सोचा तोता है, यारा तेरे प्यार मे दिल ये मेरा रोता है.......!!!

जाते वक़त उसने बड़े गुरुर से कहा था, तुझ जेसे लाखो मिलेगे, मैंने मुस्कराकर पूछा, मुझ जेसे कि तलाश ही क्यों....!!!

दोड़ती भागती दुनिया का यही तौफा है, खूब लुटाते रहे अपनापन फिर भी लोग खफ़ा है.......!!!

बुला कर तुम ने महफ़िल में हमें ग़ैरों से उठवाया, हमीं ख़ुद उठ गए होते इशारा कर दिया होता….....!!!

बादशाह तो में कहीं का भी बन सकता हूँ, पर तेरे दिल की नगरी में हुकूमत करने का मज़ा ही कुछ अलग है.....!!!

मोहब्बत उसे भी बहुत है मुझस, जिंदगी सारी इस वहम ने ले ली…....!!!

दोस्तों की कमी को पहचानते हैं हम, दुनिया के गमो को भी जानते हैं हम, आप जैसे दोस्तों का सहारा है, तभी तो आज भी हँसकर जीना जानते हैं हम......!!!