Hindi Shayari

Posted On: 10-08-2016

सिकंदर हालात के आगे नहीं झुकता, तारा टूट भी जाए जमीन पर नहीं गिरता अरे गिरते है हजारो दरिया समुंदर मे पर कभी कोई समुंदर किसी दरिया मे नहीं गिरता

Posted On: 10-08-2016

इस दुनिया मे जीतने भी चमत्कार है वो विचारो के है इन्हे गिरा डालो ये इंसान को हैवान बना देते है और इन्हे उठा डालो ये इंसान को भगवान बना देते है

Posted On: 10-08-2016

ab aap ḳhud hī batā.eñ ye zindagī kyā hai karam bhī us ne kiye haiñ magar sitam jaise

Posted On: 10-08-2016

दिल के तमाम ज़ख़्म तिरी हाँ से भर गए जितने कठिन थे रास्ते वो सब गुज़र गए जब से मिला है साथ मुझे आप का हुज़ूर सब ख़्वाब ज़िंदगी के हमारे सँवर गए

Posted On: 10-08-2016

आदमी होना ख़ुदा होने से बेहतर काम है ख़ुद ही ख़ुद के ख़्वाब की ताबीर बन कर देख ले अपने ही आप से इस तरह हुए हैं रुख़्सत साँस को छोड़ दिया जिस सम्त भी जाना चाहे

Posted On: 10-08-2016

ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता अगर और जीते रहते यही इंतिज़ार होता

Posted On: 10-08-2016

मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले

Posted On: 10-08-2016

कहाँ मय-ख़ाने का दरवाज़ा 'ग़ालिब' और कहाँ वाइज़ पर इतना जानते हैं कल वो जाता था कि हम निकले

Posted On: 10-08-2016

हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जाना दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना

Posted On: 10-08-2016

हैं और भी दुनिया में सुख़न-वर बहुत अच्छे कहते हैं कि 'ग़ालिब' का है अंदाज़-ए-बयाँ और हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन दिल के ख़ुश रखने को 'ग़ालिब' ये ख़याल अच्छा है

Posted On: 10-08-2016

बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया मिरे आगे होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मिरे आगे बस-कि दुश्वार है हर काम का आसाँ होना आदमी को भी मयस्सर नहीं इंसाँ होना

Posted On: 10-08-2016

आह को चाहिए इक उम्र असर होते तक कौन जीता है तिरी ज़ुल्फ़ के सर होते तक

Posted On: 09-08-2016

उम्र की राह में जज्बात बदल जाते है। वक़्त की आंधी में हालात बदल जाते है सोचता हूं काम कर-कर के रिकॉर्ड तोड़ दूं। कमबख्त सैलेरी देख के ख्यालात बदल जाते हैं

Posted On: 09-08-2016

Teri Nazar Me Jane Main Kaisa Banda Hun Aaina Tu Hi Hai Surat Niharne Ke Liye

Posted On: 09-08-2016

Ye Dard Ka Bhanwar Dooba Na De Mujhko De Apna Hath Badha Apne Deewane Ke Liye