Bewafa Shayari

1.यूँ किसी की याद में रोना फिजूल है इतने अनमोल आंसू खोना फिजूल है रोना तो उनके लिए जो हम पर निसार है उनके लिए क्या रोना जिनके आशिक हजार है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.समंदर में उतरता हूँ तो आँखे भीग जाती है तेरी आँखों को पढता हूँ तो आँखे भीग जाती है तुम्हारा नाम लिखने की इजाजत छीन गयी है जब से कोई भी लफ्ज लिखता हूँ तो आँखे भीग जाती है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.हर लम्हा हम उन्हें याद करते रहे उनकी याद में मर -मर के जीते रहे अश्क आँखों से हमारी बहते रहे हम अश्कों के जाम पीते रहे ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.वो बेगानो में अपने हम अपनों में अनजाने लगते है हमारे खून की भी कीमत नहीं उनके अश्कों के भी दाम लगते है 2.वो लम्हे रुलाते है हमको रात दिन वो लम्हे उनका भी तो दिल दुखाते होंगे जब कभी भी वो पढ़ लेते होंगे नग्मे हमारे नाम अपना पढ़कर आँखों से अश्क झलक आते होंगे ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.मेरी यादों की कश्ती उस समंदर में तैरती है जिस में पानी मेरी अपनी ही पलकों का होता है 2.निकले जब आंसू उसकी आँखों से तो दिल करता है सारी दुनिया जला दूँ फिर सोचता हूँ की होंगे उसके भी अपने इस दुनिया में कहीं अनजाने में उसे फिर से ना रुला दूँ ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.माना की प्यार किसी का मेरे पास नहीं मगर तुम्हे मेरी मोहब्बत का भी तो एहसास नहीं जाने पी गए हम कितने गम -ऐ-आंसू अब कुछ और पीने की प्यास नहीं ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.सुकून अपने दिल का मैंने खो दिया है खुद को दर्द के समंदर में डुबो दिया है जो थी कभी मेरे मुस्कुराने की वजह आज उसकी कमी ने मेरी पलकों को भिगो दिया है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.दिल के सभी हालात मुझे कहने दो बहते है अश्क तो इन्हे बहने दो बेवफाई शामिल ना करो दोस्ती की राहो में कम से कम दोस्ती को तो दोस्ती रहने दो ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.उसकी यादों की बारिश जब भी बरसती है मुझ पर मैं भीगता तो जरूर हूँ लेकिन पलकों की हद तक ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.इस दिल ने अब प्यार करना छोड़ दिया जिस दिन से तुमने ये दिल तोड़ दिया अब तो रो भी नहीं सकते अपनी बेबसी पे इसलिए इन आँखों ने अब रोना भी छोड़ दिया 2.आज फिर मौसम नम हुआ मेरी आँखों की तरह शायद बादलों का भी किसी ने दिल दुखाया होगा ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.तेरी यादो के सिवा कुछ भी नहीं है ख्वाब हर रात फिर सजाना पड़ता है कहीं देख ना ले नम ये आँखें कोई आंसूओ को आँखों में छिपाना पड़ता है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.जो आग लगाई थी तुमने उसको तो बुझाया अश्को ने जो अश्कों ने बड़कायी है उस आग को ठंडा कौन करे ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.हम रोने पे आ जाये तो दरिया ही बहा दे शबनम की तरह से हमें रोना नहीं आता ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.आंसूओ को पीना पुरानी आदत है मेरी मुझे लोगो को अपना गम दिखाना नहीं आता है . 2.मेरी आँखों से गिरे है ये जो चंद कतरे जो समझ सको तो आंसू ना समझ सको तो पानी ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.मिल कर जुदा हुए तो ना सोया करेंगे हम एक दूसरे की याद में रोया करेंगे हम आंसू झलक झलक के सतायेंगे रात भर मोती पलक पलक में पिरोया करेंगे हम ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.हमारे अश्क में आपका ख्वाब छुपा है हमारी ख़ुशी में आपका एहसास छुपा है तुम हमारी दास्ताँ में रहो या ना रहो लेकिन इस दिल में हमेशा आपके लिए प्यार छुपा है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.कैसे रोकूँ जो अश्क आँखों से ढल जाते है दिल के कुछ दर्द है आँखों से निकल आते है 2.बिखरे अश्कों के मोती हम पिरो ना सके तेरी याद में सारी रात सो ना सके मिट ना जाये इन अश्कों में तेरी यादें यही सोच कर हम बस रो ना सके ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.उन्हें कहना की मेरी मौत पर आंसू ना बहाये मुझे अपनी मौत से ज्यादा उनके रोने का दुःख होगा ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.इस दुनिया में कोई किसी का नहीं होता लाख निभाओ रिश्ता कोई अपना नहीं होता ग़लतफ़हमी रहती है कुछ दिनों के लिए लेकिन उसके बाद आँखों में आंसुओ के सिवा कुछ नहीं होता 2.हँसते रहोगे तो दुनिया साथ है वरना आंसुओ को तो आँख में भी जगह नहीं मिलती ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.देगा अगर दर्द तो खुद भी डूबेगा वो एक शख्स जो आँखों में रहता है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.फिर आज आसूओं में निहाई हुई है रात शायद हमारी तरह ही सताई हुई है रात 2.मोहब्बत के भी कुछ अंदाज होते है जागती आँखों में भी कुछ ख्वाब होते है जरुरी नहीं की गम में आंसू निकले मुस्कुराती आँखों में भी सैलाब होते है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.फिर आज अश्क से आँखों में क्यों है आये हुए गुजर गया है जमाना तुझे भुलाये हुए 2.ये जो डूबी है मेरी आँखे अश्क़ों के दरिया में ये मिटटी के पुतलो पर भरोसे की सजा है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.हजूम में था वो खुल कर ना रो सका होगा मगर यकीन है की शब भर ना सो सका होगा 2.देख कैसी क़यामत सी बरपा हुई है आशियानों पे इक़बाल जो लहू से तामीर हुए थे पानी से बह गए 3.उसकी चाहत का भरम क्या रखना दश्त-ऐ-हिज्राँ में क़दम क्या रखना हँस भी लेना कभी खुद पर मोहसिन हर घडी आँख को नम क्या रखना 4.दिल में हर राज दबा के रखते है होंठो पे मुस्कान सजा के रखते है ये दुनिया सिर्फ ख़ुशी में साथ देती है इसलिए हम अपने आंसू छुपा के रखते है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.कितने आंसू बहा दिए है इस चार दिन की मोहब्बत में काश सजदे में बहाते तो आज गुनाहों से पाक होते 2.देख सकता है भला कौन प्यारे आंसू मेरी आँखों में ना आ जाये तुम्हारे आंसू

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