Crying Quotes

Posted On: 08-11-2018

चमक रहा हूँ जो सूरज की तरह तो सब हैरान हैं क्यों? मेरी सफलता से सब इतना परेशान हैं क्यों? हर रात टकराया हूँ मैं इक नई मुसीबत से नई सुबह के लिए सबको दिखा हुनर मेरा लेकिन किसी ने न पूछा की ये जख्मों के निशान हैं क्यों?

Click here to login if already registered or fill all details to post your comment on the Shayari.

First Name*
Last Name*
Email Id*
mobile number*