Dard Bhari Shayari

काश वो मेरा भी वैसा हो पाता जैसा खुद के लिए वो चाहता है..! सुकून भरा प्यार मुझे भी दे जाता जैसा खुद के लिए वो चाहता है..! अपने तकलीफों की शिकायत तो हमसे कर लेता है वो ज़ालिम...! काश मेरे भी हर दर्द समझ पाता जैसे खुद का वो जानता है...! काश वो मेरा भी वैसा हो पाता जैसा खुद के लिए वो चाहता है..!

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