Dard Bhari Shayari

संभल ता रहा मैं अपने आप को, तुझसे दूर रखा अप्प ने आप को. पता न था तू और करीब हो जाएगी , यह दिल तेरी यादों मैं भर आएगी . अब इन यादोंको मिटाना कठिन है , मेरे दिल को अब राहत पाना जटिल है. सांसे इन दिनों दिल मैं कम उतरती है, यह दिल तो अब तेरे यादों के सहारे धड़कती है.

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