Posted On: 13-08-2019

मां बाप तो बोझ लगे, पत्थर लगे गणेश

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मां बाप तो बोझ लगे, पत्थर लगे गणेश

पानी के बिना नदी बेकार है,

अतिथि के बिना आंगन बेकार है,

प्रेम ना हो तो सगे-संबंधी बेकार है,

पैसा न हो तो पॉकेट बेकार है

और जीवन में गुरु न हो तो जीवन बेकार है|

इसलिए जीवन में गुरु जरूरी है, गुरुर नहीं
प्रभु कहते हैं……..!!

होती आरती बजते शंख,

पूजा में सब खोए हैं,

मंदिर के बाहर तो देखो भूखे बच्चे सोए हैं|

एक निवाला इनको देना,

प्रसाद मुझे चढ़ जाएगा,

मेरे दर पर मांगने वाले,

तुझे बिन मांगे सब मिल जाएगा|