मेरे घर से उसके घर तक का रास्ता इक पल का है मगर जिन्दगी गुजर गई मुझे चलते चलते
दुनियां में जितने गम मिलेगे मेरे होंसले से कम मिलेगे जिस मोड पे मुहं फेर लेगा ये जमाना उस मोड् पे तुम्हे हम मिलेंगे
Please Login or Sign Up to write your book.