वक्त की मार हमें ऐसी लगी . दुनिया खूब हसी . ये सोच पागल दिल को समझाया. एक गलती से तूने , हजारो हसाया
दिल की आरजू निकली है आवाज बनकर , खुनी भी हम है , कतल भी हमारा हुआ है , सजा भी हमको मिली है , तुमसे बिछड़केl
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