Unke hontho pe mera naam jab aya hoga.. Khudko ruswayi se phir kaise bachaya hoga.. Sunke fasana auro se merii barbadi ka.. Kya unko apna sitam na yaad aya hoga.
Barbaad ho gaye the hum duniya ne yun humko sataya tha, Har ek mod pe hum girte the kisi ne bhi na humko uthaya tha, Tab tune hi sanam ek umeed ka diya jalaya tha, Apne har ek gam ko chupakar mujhe jeena sikhaya tha.
Usne kaha Pyar ek dard hai.. Humne kaha dard qabul hai.. Usne kaha dard ke saath ji na paoge.. Humne kaha teri Pyar ke saath marna qabul hai.
Utar ke dekh meri chahat ki gehrai mein, Sochna mere bare mein raat ki tanhai mein, Agar ho jaye meri chahat ka ehsas tumhein, To milega mera aks tumhein apni hi parchhai mein…
1.यादों में हम रहें ये एहसास रखना नज़रो से दूर सही दिल के पास रखना ये नहीं कहते की साथ रहो दूर सही पर याद रखना4 2.हर एक से अच्छी बात करना फितरत है हमारी हर एक ख़ुशी रहे यह हसरत है हमारी कोई हमको याद करे या न करे हर एक को याद करना आदत है हमारी 3.सहमी सी निगाओं में ख़्वाब हम जगा देंगे सूनी सी राहो पे फूल हम खिला देंगे हमारे संग मुस्कुरा के तो देखिये हम आपके हर गम भुला देंगे 4.गम में हसने वालों को कभी रुलाया नहीं जाता लेहरो से पानी को हटाया नहीं जाता होने वाले हो जाते है खुदी दिल से अपने किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता 5.दुनिया का हर शक पला नहीं जाता कांच के खिलोनो को उछाला नहीं जाता मेहनत करने से मुश्किलें हो जाती है आसान क्यों की हर काम तक़्दीरो पर टाला नहीं जाता 6.हर राही को मन चाहा मुकाम नहीं मिलता जिसको जी भर प्यार कर सके वो इंसान नहीं मिलता आसमा के सितारों की तरह हमारे अरमान भी बिखरते रहते है जो अपने दिल में हमें जगह दे सके वो मेहरबान नहीं मिलता 7.भगवान ने इंसान को क्या से क्या बना दिया किसी को कवि तो किसी को कातिल बना दिया दो फूलों का वजन नहीं उठा सकती थी मुमताज शाहजहाँ ने उसके लिए ताजमहल बना दिया 8.कुछ सितारों की चमक नहीं जाती कुछ यादों की खनक नहीं जाती कुछ लोगों से होता है ऐसा रिश्ता की दूर रह के भी उनकी महक नहीं जाती 9.वो खुद को फूल और हम को पत्थर कह कर मुस्कुराया करते है उनको क्या खबर पत्थर तो पत्थर रहते है फूल ही मुरझाया करते है 10.चेहरे की हसी से हर गम छुपाओ बहुत कुछ बोलो पर कुछ न बताओ खुद न रूठो कभी पर सबको मनाओ ये राज है जिंदगी का बस जीते चले जाओ 11.एक दिन सागर ने नदी से पूछा कब तक मिलती रहोगी मुझ खारे जल से नदी ने हस कर कहा जब तक तुझ में मिठास न आ जाये तब तक3 12.फूल बनकर मुस्कुराना जिंदगी मुस्कुरा के गम भूलना जिंदगी जीत कर कोई खुश हो तो क्या हुआ हार कर खुशियां मानना भी जिंदगी 13.सभी नग्मे साज़ में गाये नहीं जाते सभी लोग महफ़िल में बुलाये नहीं जाते कुछ पास रह कर भी याद नहीं आते कुछ दूर रह कर भी भुलाये नहीं जाते 14.यादें होती है सताने के लिए कोई रूठता है मान जाने के लिए रिश्ते बनाना कोई मुश्किल तो नहीं जान भी चली जाती है निभाने के लिए 15.सभी को सब कुछ नहीं मिलता नदी के हर लहर को साहिल नहीं मिलता ये दिल वालों की दुनिया है दोस्त किसी से दिल नहीं मिलता तो कोई दिल से नहीं मिलता 16.तक़दीर के खेल से कभी मायूस नहीं होते ज़िंदगी में ऐसे कभी उदास नहीं होते हाथो की लकीर पर विश्वास मत करना तक़दीर तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते
Hansne ke baad kyu rulati hai duniya, Jaane ke baad kyu bhulati hai duniya, Zindagi me kya kuch kasar baaki thi, Jo marne ke baad bhi jalati hai duniya..3 Gulab to toot kar bikhar jaata hai, Par khusbu hawa me barkarar rehti hai, Jaane wale to chod ke chale jaate hain, Par ehsaas to dilon me barkarar rehte ha1in… Gehri thi raat lekin hum khoye nahi, Dard bahot tha dil mein par hum roye nahi, Koi nahi humara jo puche humse, Jag rahe ho kisi ke liye ya soye hi nahi..4 Aapki yaadon ke sahare jee lete hain, Aapse milne ki khwaish liye jee lete hain, Jeene ko to jee sakte hain tere bagair hum, Mile agar aap to mar bhi sakte hain… Mera har lamha chura liya aapne, Aankhon ko ek chand dikha diya aapne, Hamein zindagi di kisi aur ne, Par pyaar itna dekar jeena sikha diya aapne… Haan mera har lamha chura liya aapne, Aap ho ki koi chand dikha diya aapne, Hamein Zindagi di kisi or ne, Par pyaar itna deke jeena sikha diya aapne… Mohabbat Har Insaan Ko Aazmati Hai, Kisi Se Rooth Jaati Hai Par Kisi Pe Muskurati Hai, Mohabbat Khel Hi Aisa Hai, Kisi Ka kuch nahi Jaata Kisi Ka Sab Kuch Chala Jaata Hai…
1.खुदा मुझे किसी तूफ़ान से आश्ना कर दे की तेरे बेहर की मौजों में इज़्तराब नहीं तुझे किताब से मुमकिन नहीं फराग की तू किताब- खावण है मगर साहिब -ऐ-किताब नहीं ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.ना अफ़सोस है तुझे साहब ना कोई शर्मिंदगी है गुजर रही है जो गुनाहों में ये कैसी जिंदगी है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.गम-ऐ-हयात परेशान ना कर सकेगा मुझे की आ गया है हुनर मुझको मुस्कुराने का 2.मज़ा देती है उनको जिंदगी की ठोकरें मोहसिन जिनको नाम -ऐ-खुदा लेकर संभल जाने की आदत हो ………………………………………………………………………………………………………………………………………………….. 1.जो यकीन की राह पर चल पड़े उन्हें मंजिलों ने पनाह दी जिन्हे वासस्वासों ने डरा दिया वो कदम कदम पर बहक गए …………………………………………………………………………………………………………………………………………………… 1.ख्वाबों की ताबीर में जिंदगी उलझा ली इतनी की हकीकत में रहना का सलीका ही हम भूल गए ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.ज़िंदगी तुझसे हर एक साँस पे समझौता करूँ शौक जीने का है मुझको मगर इतना तो नहीं रूह को दर्द मिला दर्द को आँखें ना मिली तुझको महसूस किया है तुझको देखा तो नहीं 2.ज़िंदगी जीते जीते हम मरना सीख गए खड़े थे मौत की राह पर मगर जीना सीख गए अब तो इस ज़िंदगी पे भी तरस आने लगा है जो जीते हुए मरना मरते हुए जाना सीख गए ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.ना गुल ना ये गुलिस्तां हमारा है जिसे पूजते है ना वो फरिश्ता हमारा है चल पड़े है जिस मंजिल की तरफ ना वो मंजिल ना वो रास्ता हमारा है 2.मोम की तरह पिघलती जा रही है जिंदगी क्यों इस तरह हाथ से फिसल रही है जिंदगी हम तुम्हे पाना चाहते है दिल में बसाना चाहते है पर क्यों अनचाहे सदमों से गुजर रही है जिंदगी ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.बहुत पहले से उन कदमो की आहट जान लेते है तुझे ऐ जिंदगी हम दूर से पहचान लेते है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.ज़िंदगी से सभी को मोहब्बत है मगर जिंदगी किसी की मोहब्बत नहीं बनती तमन्ना लेकर जीते है सब लोग मगर हर तमन्ना तक़दीर नहीं बनती ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.इतनी बदसलूकी ना कर ऐ जिंदगी हम कौन सा यहाँ बार बार आने वाले है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.काश तक़दीर भी होती जुल्फ की तरह जब जब बिखरती तब तब संवार लेते 2.तेरी ख़ुशी से अगर गम में भी ख़ुशी ना हुई वो जिंदगी तो मोहब्बत की जिंदगी ना हुई ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.हाथ में हाथ उनका यूँ आया जिंदगी मेरे हाथ लग गयी हो जैसे ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.खुदा तो मिलता है इंसान ही नहीं मिलता ये चीज वो है जो देखी कहीं कहीं मैंने ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.आग पानी में लगाने का हुनर सीखा है काम मुश्किल है बहुत हमने मगर सीखा है ये जो चलते नजर आते है मुसलसल हम लोग कुछ तो पानी की तलब है जो सफर सीखा है 2.गुजर ना जाये कहीं उम्र एहतेयातों में जो काम करने है वो दीवाना वार कर डालूँ 3.जिंदगी ख़ाक ना थी ख़ाक उड़ाते गुजरी तुझसे क्या कहते तेरे पास जो आते गुजरी दिन जो गुजरा तो किसी याद में गुजरा शाम आई तो कोई ख्वाब दिखाते गुजरी 4.वही अहल-ऐ-कारवां है वही बे हिसी का आलम ना किसी को मंजिल ना गम -ऐ-शिकस्ता पानी 5.उम्र -ऐ दराज मांग के लाये थे चार दिन दो आरजू में कट गए दो इन्तजार में ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.हमें तो काटनी है शाम-ऐ-गम में जिंदगी अपनी जहाँ वो है वहीँ आई चाँद ले जा चांदनी अपनी 2.बहुत रोया था जब मेरा जन्म हुआ था और हँस रही थी ये दुनिया मगर दोस्तों इक दिन बदला लूंगा हँसता हुआ जाऊंगा और रोयेगी ये दुनिया 3.वक़्त बदल जाता है इंसान बदल जाते है वक़्त वक़्त पे रिश्तो के अंदाज बदल जाते है कभी कह दिया अपना तो कभी कर दिया पराया दिन और रात की तरह जिंदगी के एहसास बदल जाते है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.इत्तेफ़ाक़ जब मिल जाते हो राह में तुम कभी यूँ लगता है करीब से जिंदगी जा रही हो जैसे 2.जिंदगी में जो हम चाहते है वो आसानी से नहीं मिलता लेकिन जिंदगी का सच ये है की हम भी वही चाहते है जो आसान नहीं होता 3.क़ब्र की मिट्टी हाथ में लिए सोच रही हूँ लोग मरते है तो गुरुर कहाँ जाता है …………………………………………………………………………………………………………………………………………………… 1.मेरी चाहतें तुमसे अलग कब है दिल की बातें तुमसे छुपी कब है तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह फिर जिंदगी को साँसों की जरुरत कब है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.इक कार्ब ऐ वफ़ा मुसलसल मुझे सोने नहीं देता दिल सबर का आदि कभी रोने नहीं देता मैं उसका हूँ ये राज तो वो जान गया है वो किसका है एहसास ये होने नहीं देता ………………………………………………………………………………………………………………………………………………….. 1.जिंदगी जब किसी दो राहें पर लाती है एक अजीब सी कसमकश में पड़ जाती है चुनते है हम किसी एक राह को फिर क्यों राह बहुत याद आती है ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.पल पल सुनहरे फूल खिले कभी ना हो काँटों का सामना जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे हर पल हमारी यही शुभकामना 2.दिल के लिए दर्द भी रोज नया चाहिए जिंदगी तू ही बता कैसे जीना चाहिए मानो मेरी काज़मी तुम हो भले आदमी फिर वही आवारगी कुछ तो हया चाहिए ……………………………………………………………………………………………………………………………………………………. 1.हाथ में उसके कलम का आना अच्छा लगता है उसको भी स्कूल को जाना अच्छा लगता है बड़ा कर दिया गर्दिश ने वक़्त से पहले वरना सर पे किसको बोझ उठाना अच्छा लगता है 2.नाराज होना आपसे गलती कहलाएगी आपकी रुस्वाई से साँसे थम जाएगी हँसते रहना हमेशा आपकी हँसी से हमारी जिंदगी संवर जाएगी 3.जिंदगी जीते जीते हम मरना सीख गए मौत की राह पे खड़े है पर कम्बक्त जीना सीख गए अब तो इस जिंदगी पे भी तरस आने लगा है जो जीते हुए मरना और मरते हुए जीना सीख गए
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