मान्छे की त नोटले बदलिन्छ की त चोटले बदलिन्छ।
सुनो सनम... दफ़ा_307 लगबा दूँ ,..तेरी_क़ातिल_निगाहों_पें...!! ~जब-जब #प्यार से देखती हैं,. अधमरा कर जाती है.! Yashraj
लगता है बारिश को भी कब्ज़ हो गयी है। मौसम तो बनता है पर आती नहीं।
ये जो हसीनों के लंबे लंबे बाल होते हैं, बस लड़कों को फंसाने का जाल होते हैं, ना जाने कितनों का खून पिया होगा इन्होने, इसलिए तो इनके होंठ लाल होते हैं।
किस किस का नाम लें अपनी बरबादी में, बहुत लोग आये थे दुआएं देने शादी में।
तेरी अदाओं का जादू इस शेर में लिखता हूँ… तेरी अदाओं का जादू इस शेर में लिखता हूँ… मदहोश हूँ अभी… थोड़ी देर में लिखता हूँ
आजकल घर मे बीवी भी बात-बात में GST बोलने लगी है। घर में कैसी भी बहस चल रही हो वो GST बोल कर बहस को ख़त्म कर देती है। तंग आकर मैंने पूँछ ही लिया: “ये तुम बात करते-करते बीच में ही GST बोल कर चल देती हो…क्या मतलब है तुम्हारा ??” और उसने जो जवाब दिया तो मैं सर पकड़ कर बैठ गया। G – गलती S – सिर्फ T – तुम्हारी है
जिन्दगी एक जंग है, जबतक बीवी संग है.. सीता से प्यार किया तो राम बन गये राधा से प्यार किया तो श्याम बन गये जबरदस्ती प्यार किया तो आशाराम……बन गये, और कीसी से प्यार नहीं किया तो बाबा रामदेव बन गए!!
हसीना से मिलें नजरें अट्रैक्शन हो भी सकता है, चढ़े फीवर मोहब्बत का तो एक्शन हो भी सकता है, हसीनों को मुसीबत तुम समझ कर दूर ही रहना, ये अंग्रेजी दवाएं हैं रिएक्शन हो भी सकता है।
Sharab Sareer Ko Khatam Krti Hai Sharab Samaj Ko Khatam Krti Hai, Aao Aaj Is Sharab Ko Khatam Krte Hain, Ek Bottle Tum Khtam Kro, Ek Bottle Hum Khatam Krte Hai..
क्या हुआ जो उसने रचा ली मेहँदी, हम भी अब सेहरा सजायेंगे, तो क्या हुआ अगर वो हमारे नसीब में नहीं, अब हम उसकी छोटी बहन पटायेंगे!
प्यार एक झटके में हो जाता है पर उसे.. पूरा करने के लिए बहुत सारे झटके लगाने पड़ते हैं। अपने दिल में रहने दो ना मुझे, कसम से बाहर बहुत गर्मी है..!! कितना ही जानलेवा फिगर क्यों न हो तेरा.. पर सुन पगली, ईतना मत ईतरा हमारी तारीफ के बीना सब अधूरा है। इस गर्मी की वजह से हालात ऐसे हो गये हैं कि .. आजकल तजुरबा लिखा हुआ भी पड़ने में तरबूजा ही आता है। प्यार की गहराई का पता तब चलता है, जब बिस्तर पर लड़की पूछ ले.. पूरा चला गया क्या? दुनिया के सारे झूठ एक तरफ, ऊपर-ऊपर से करूँगा वाला झूठ एक तरफ। एयरफोर्स में जाना था, दोस्तों.. पर जिंदगी रास्ते बदल कर, मैनफोर्स में घुस गई। वो दोस्त उम्र भर क्या साथ देंगे जिन्होने.. चौराहे पर पुलिस देखकर बाइक से उतार दिया। खून में तेरे मिट्टी, मिट्टी में तेरा खून.. ऊपर सूरज, नीचे डामर, बीच में मई और जून। मटर पनीर समझ कर दोस्त बनाए थे .. साले सब के सब टिंडे निकले..!!
सितम ढाने की हद होती है, पास ना आने की रूठ जाने की हद होती है, एक SMS तो कर दे जालिम, पैसे बचाने की भी हद होती है!
मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके हौसलों में जान होती है… और और बंद भट्ठी में भी दारू उन्हीं को मिलती है, जिनकी भट्ठी में पहचान होती है!
नखरे आपके तौबा-तौबा गजब आपका स्टाईल है, मेसेज तो आप कभी करते नहीं, बस हल्ला मचा रखा है की.. हमारे पास भी मोबाईल है।
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