Dosti Shayari

याद तो अब भी है तेरी, दिल में, पर वो रास्ता, वो मंजिले खत्म हो गयी.....!!!

बस इन्सान ही है जो किसी से मिलता जुलता नहीं, वरना ज़माना तो भरपूर मिलावट का चल रहा है…….!!!

कभी किसी की मोहब्बत को मत परखना मेरे दोस्त, क्योकि..किसी गरीब कपड़ो के अन्दर, एक अमीर दिल मौजूद हो सकता है.....!!!

हैसियत की बात ना कर दोस्त, तेरी जेब से बड़ा मेरा दिल है......!!!

निकले थे कुछ अच्छा करने, पर बदनाम हो गए, अब अफसोस क्या करना जब सरेआम हो गये…...!!!

जंगल मे जब शेर चैन की निन्द सोता है, तो कुतो को गलतफहमी हो जाती है, के इस जंगल मे अपना राज है…..!!!

मुझे लिख कर कही महफूज़ कर लो दोस्तो, आपकी यादाश्त से निकलता जा रहा हूँ में.....!!!

तु भी समज जाओगे अंजामे मोहब्बत ऐ दोस्त, मौत किस्तो मे जब आती है तो बहुत दर्द होता है…..!!!

मुफ्त मे अहसान न लेना यारों, दिल अभी ओर भी सस्ते होंगे बाज़ार में…..!!!

हम रखते है ताल्लुक तो निभाते है जिंदगी भर, हम से बदले नहीं जाते रिश्ते, लिबासो की तरह......!!!

शीशे में डूब कर पीते रहे उस 'जाम' को, कोशिशें तो बहुत की मगर, भुला न पाए एक 'नाम' को.......!!!

इतने जालिम न बनो कुछ तो दया सीखो, तुम पे मरते हैं तो क्या मार ही डालोगे.......!!!

हर बार मिली है मुझे अनजानी सी सज़ा, मैं कैसे पूछूं तकदीर से मेरा कसूर क्या है......!!!

उस्ताद ए इश्क सच कहा तूने, बहुत नालायक हूँ मै, मुद्दत से इक शख्स को अपना बनाना नही आया.....!!!

एक तेरे बगैर ही ना गुज़रेगी ये जिंदगी, बता मैँ क्या करूँ सारे ज़माने की मोहब्बत लेकर.....!!!