Read dosti shayari, दोस्ती शायरी, dosti shayari in hindi, bachpan ki dosti shayari and many more on shayari books. Friendship is a very good relation which does not come from birth but we make it by choice. So here there is no formality.
12.लोग कहते है तुम क्यों अपनी मोहब्बत का इजहार उनसे नही करते मैंने कहा जो लफ्जो में बयां हो जाये सिर्फ उतना प्यार हम उनसे नहीं करते
11.ज़िंदगी मिलती है हिम्मत वालो को ख़ुशी मिलती है तक़दीर वालो को प्यार मिलता है दिलवालो को और आप जैसा दोस्त मिलता है हम जैसे नसीब वालो को
10.तेरे मेरे रिश्ते को क्या नाम दू ये नाम दू या वो नाम दू इस दुनिया की भीड़ में नाम हो जाते है बदनाम क्यों ना अपने रिश्ते को बेनाम रहने दू
9.गम में हंसने वालो को रुलाया नहीं जाता लहरो को पानी से मिलाया नहीं जाता होने वाले खुद ही अपने हो जाते है किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता
8.खुश नसीब होते है बादल जो दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते है और एक बदनसीब हम है जो एक ही दुनिया में रहकर भी मिलने को तरसते है
7.प्यार क्या होता है हम नहीं जानते ज़िंदगी को हम अपना नहीं मानते गम इतने मिले की एहसास नहीं होता कोई हमें प्यार करे अब विश्वास नहीं होता
6.ना दिल में बसाकर भुलाया करते है ना हँसाकर रुलाया करते है कभी महसूस करके देख लेना हम जैसे तो दिल से रिश्ता निभाया करते है
5.हमसे पूछो क्या होता है पल पल बिताना बहुत मुश्किल होता है दिल को समझाना यार जिंदगी तो बीत जाएगी बस मुश्किल होता है कुछ लोगो को भूल पाना
4.तमन्ना करते हो जिन खुशियों की दुआ है वो खुशियां आपके कदमो में हो खुदा आपको वो सब हक़ीक़त में दे जो कुछ आपके सपने में हो
3.ज़िंदगी लहर थी आप साहिल हुए ना जाने कैसे हम आपकी दोस्ती के काबिल हुए ना भूलेंगे हम उस हसीन पल को जो आप हमारी छोटी सी जिंदगी में शामिल हुए
2.नाराज होना आपसे गलती कहलाएगी आप हुए नाराज तो ये साँसे थम जाएगी आप हँसते रहे युही जिंदगी भर आपकी हंसी से हमारी जिंदगी संवर जाएगी
1.सुकून अपने दिल का मैंने खो दिया खुद को तन्हाई के समुन्दर में डूबो दिया जो थी मेरे कभी मुस्कुराने की वजह आज उसकी कमी ने मेरी पलकों को भीगो दिया
बिकता है गम इश्क के बाज़ार में, लाखों दर्द छुपे होते हैं. एक छोटे से इंकार में, हो जाओ अगर ज़माने से दुखी, तो स्वागत है हमारी दोस्ती के दरबार में.”
सबकी ज़िन्दगी में खुशिया देने वाले, मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो. उसको मुझसे भी अच्छे दोस्त मिले, अब इस दुनिया में हम न हो.”
गुनाह करके सजा से डरते है, ज़हर पी के दवा से डरते है. दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं हमे, हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है.”
MD is offline
Ayaz is offline
Shashank is offline
jyotish is offline
Dhirendra is offline
Brandekitels is offline
Rakesh is offline
Sunil is offline
IsaacPaw is offline
AphukeetLax is offline
Dennislem is offline
raaz is offline
Luzibip is offline
Rangeibip is offline
Melissauplix is offline
Please Login or Sign Up to write your book.