Zindagi main saath bhi Zindagi ke baad bhi, Saccha Hain wo dost jo har dum rehta saath bhi, Jab hum udaas hote Hain tho wo Hume hasata Hain, Agar koi Hume maare tho wo usse lad jaata Hain, Dosti nibhana sikhna Hain tho unse sikhiye Jo dosti nibhate Hain, Warna ese bhi dost Hain Jo mushkil waqt main chhod ke chale jaate hain
Dosti ek nagma hai gungunane k liye..dosti ek saaz hai sbko sunane k liye..hazaro ki jarurt nhi ek dost hi kafi hai sari zindagi hasane k liye...
दोस्तों की महफिल में बैठे हम सारे गम भुला गए गिरते थे जो हम हाथ पकड़ संभलना सिखा गए वह दोस्त ही तो थे जो हमें वह जीना सिखा गए पीते थे खुद ओ बियर हमको सोडा पिला गए पार्टी तो देते थे अपने नाम के पर बिल हमारे नाम पड़ गए लगा जो चोट मुझे कभी दर्द उनको होता था रोता हूं जो मैं कभी उनकी आंखों से आंसू बहता था ए दोस्त तो ही है जो हमको गमों में हंसना सिखा गए
किसी ने मुझसे कहा कि दोस्त कमिना होता है। मैंने कहा। माना कि दोस्त कमिना होता है। लेकिन ऐसे दोस्तो की दोस्ती में कमी ना होता है
16.हिचकियाँ क्यों मुझे आने लगी है फ़िज़ाओं से भी सिसकिया आने लगी है ये सोचकर दिल है बहुत खुश की याद मेरी भी किसी को आने लगी है
15.दोस्त तेरी दोस्ती पर नाज करते है हर वक़्त मिलने की फरियाद करते है हमें नहीं पता घरवाले बताते है की हम नींद में भी आपसे बात करते है
14.फिर वही दिन होगा फिर वही रात होगी लेकिन ना जाने फिर कब मुलाकात होगी मगर करते रहना एस मेस तभी तो दिल से दिल की बात होगी
13.कशिश तो बहुत है मेरे प्यार में लेकिन कोई है पत्थर दिल जो पिगलता नहीं अगर मिले खुदा तो मांगूंगी उसको सुना है खुदा मरने से पहले मिलता नहीं
12.लोग कहते है तुम क्यों अपनी मोहब्बत का इजहार उनसे नही करते मैंने कहा जो लफ्जो में बयां हो जाये सिर्फ उतना प्यार हम उनसे नहीं करते
11.ज़िंदगी मिलती है हिम्मत वालो को ख़ुशी मिलती है तक़दीर वालो को प्यार मिलता है दिलवालो को और आप जैसा दोस्त मिलता है हम जैसे नसीब वालो को
10.तेरे मेरे रिश्ते को क्या नाम दू ये नाम दू या वो नाम दू इस दुनिया की भीड़ में नाम हो जाते है बदनाम क्यों ना अपने रिश्ते को बेनाम रहने दू
9.गम में हंसने वालो को रुलाया नहीं जाता लहरो को पानी से मिलाया नहीं जाता होने वाले खुद ही अपने हो जाते है किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता
8.खुश नसीब होते है बादल जो दूर रहकर भी ज़मीन पर बरसते है और एक बदनसीब हम है जो एक ही दुनिया में रहकर भी मिलने को तरसते है
7.प्यार क्या होता है हम नहीं जानते ज़िंदगी को हम अपना नहीं मानते गम इतने मिले की एहसास नहीं होता कोई हमें प्यार करे अब विश्वास नहीं होता
6.ना दिल में बसाकर भुलाया करते है ना हँसाकर रुलाया करते है कभी महसूस करके देख लेना हम जैसे तो दिल से रिश्ता निभाया करते है
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