Hindi Shayari

Posted On: 16-09-2017

Posted On: 16-09-2017

Posted On: 04-09-2017

सीख नहीं पा रहा हूँ मीठे झूठ बोलने का हुनर, कड़वे सच से हमसे न जाने कितने लोग रूठ गये।

Posted On: 04-09-2017

शोर करते रहो तुम.. सुर्ख़ियों में आने का.. हमारी तो खामोशियाँ भी, एक अखबार हैं।

Posted On: 04-09-2017

सारे साथी काम के, सबका अपना मोल, जो संकट में साथ दे, वो सबसे अनमोल।

Posted On: 04-09-2017

दर्द की शाम है, आँखों में नमी है, हर सांस कह रही है, फिर तेरी कमी है।

Posted On: 04-09-2017

कौन कहता है कि हम झूठ नही बोलते, एक बार खैरियत तो पूछ के देखिये।

Posted On: 04-09-2017

वो सुर्ख होंठ और उनपर जालिम अंगडाईयां, तू ही बता, ये दिल मरता ना तो क्या करता।

Posted On: 04-09-2017

वो दुश्मन बनकर, मुझे जीतने निकले थे, दोस्ती कर लेते, तो मैं खुद ही हार जाता।

Posted On: 04-09-2017

कौन कहता है के तन्हाईयाँ अच्छी नहीं होती, बड़ा हसीन मौका देती है ये ख़ुद से मिलने का।

Posted On: 04-09-2017

कौन कहता है अलग अलग रहते हैं हम और तुम, हमारी यादों के सफ़र में हमसफ़र हो तुम।

Posted On: 04-09-2017

काश.. बनाने वाले ने थोड़ी-सी होशियारी और दिखाई होती, इंसान थोड़े कम और इंसानियत ज्यादा बनाई होती।

Posted On: 04-09-2017

मैं शिकायत क्यों करूँ, ये तो क़िस्मत की बात है, तेरी सोच में भी मैं नहीं, मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ तू याद है।

Posted On: 04-09-2017

शर्म नहीं आती उदासी को जरा भी, मुद्दतों से मेरे घर की महेमान बनी हुई है।

Posted On: 04-09-2017

उसकी याद आयी है सांसो जरा अहिस्ता चलो, धड़कनो से भी इबादत में खलल पड़ता है।