Latest Shayari

Posted On: 04-08-2016

I want to forget all the times when we were together, Bot because I doesn’t love her, Because it hurts too much to remember.

Posted On: 04-08-2016

Woh khush hai par shayad hum se nahi Woh naraz hai par shayad hum se nahi Kon kehta hai unke dil me mohabbat nahi Mohabbat to hai par shayad humse nahi.!!

Posted On: 04-08-2016

Zindagi hai nadan isliye chup hoon, Dard hi dard subah sham isliye chup hoon Keh du zamane se dastan apni, Usme ayega tera naam isliye chup hoon.

Posted On: 04-08-2016

गए दोनों जहाँ के काम से हम न इधर के रहे न उधर के रहे न ख़ुदा ही मिला न विसाल-ए-सनम न इधर के रहे न उधर के रहे |

Posted On: 04-08-2016

हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया, औरों को तो क्या हमको भी तबाह किया, पेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफ़ाई को, औरों ने तो क्या उन्होने भी वाह-वाह किया |

Posted On: 04-08-2016

इश्क़ ने हमें बेनाम कर दिया , हर ख़ुशी से हमे अंजान कर दिया, हमने तो कभी नहीं चाहा कि हमें भी मोहब्बत हो, लेकिन आपकी एक नज़र ने हमें नीलाम कर दिया।

Posted On: 04-08-2016

साथ अगर दोगे मुस्कराएंगे जरूर , प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे जरूर , राह में कितने काँटे क्यों ना हो , आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएँगे जरूर।

Posted On: 04-08-2016

हाल अपने दिल का, मैं तुम्हें सुना नहीं पाती हूँ.. जो सोचती रहती हूँ हरपल, होंठो तक ला नहीं पाती हूँ.. बेशक बहुत मोहब्बत है, तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में.. पर पता नहीं क्यों तुमको, फिर भी मैं बता नहीं पाती हूँ..|

Posted On: 04-08-2016

काँच का तोहफा ना देना कभी, रूठ कर लोग तोड दिया करते हैं, जो बहुत अच्छे हो उनसे प्यार मत करना, अकसर अच्छे लोग ही दिल तोड दिया करते है

Posted On: 04-08-2016

कोई वादा ना कर, कोई ईरादा ना कर, ख्वाइशों मे खुद को आधा ना कर, ये देगी उतना ही जितना लिख दिया खुदा ने, इस तकदीर से उम्मीद ज़्यादा ना कर… !!

Posted On: 04-08-2016

वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही, इश्क़ में प्रेमी कभी झुकता नही, खामोश हैं हम किसी के खुशी के लिए, ना सोचो के हमारा दिल दुःखता नहीं!

Posted On: 04-08-2016

रात गुमसूँ है मगर चेन खामोश नही, कैसे कह दू आज फिर होश नही, ऐसा डूबा तेरी आखो की गहराई मैं, हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही |

भीड़ की आदत नहीं मुझे, थोड़े में जीना सीख लिया है मैंने, चन्द दोस्त हैं, चन्द दुआएं हैं, बस इन खुशियों को गले लगा लिया मैंने ।

Posted On: 04-08-2016

उलझी शाम को पाने की ज़िद न करो; जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न करो; इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते है; इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न करो |

जहाँ याद न आये तेरी वो तन्हाई किस काम की; बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की; बेशक़ अपनी मंज़िल तक जाना है हमें; लेकिन जहाँ से अपने न दिखें, वो ऊंचाई किस काम की।