मेरी चाहतें आप से अलग कब हैं, दिल की बातें आप से छुपी कब हैं, आप साथ रहो दिल में धड़कन की तरह, फिर ज़िन्दगी को साँसों की ज़रूरत कब है।
Peheli hi nazar mei, unse Ishq kar baithe hum Kya bataen, ki kis kadar kar baithe hum Prem Patra se unhe, haaledil bata baithe hum Khuda jane, ki unki raza kya hai aakhoo mei umeed liya, intezaar kaarte rahe hum BeIntehaan Ishq kiya tha unse, aur hamesha unhe se karte rahainge hum Itna kuch keh kar bhi, unse kuch keh na sake hum Ek hi toh Zindagi di thi Khuda ne oose bhi unke naam kar gaye hum
नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है, पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है, ना जाने क्या कशिश है आपकी चाहत में, कि कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है।
अनजान ज़िन्दगी का हक़दार... नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है, पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है, ना जाने क्या कशिश है आपकी चाहत में, कि कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है।
इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी, ढूंढ रहे थे हम जिन्हें उन से बात हो गयी, देखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हम, वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी।
मोहब्बत खुद बताती है, कहाँ किसका ठिकाना है, किसे ऑखों में रखना है, किसे दिल मे बसाना है।
वो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है, जिन्दगी में सिर्फ एक बार होता है, निगाहों के मिलते मिलते दिल मिल जाये, ऐसा इत्तेफाक सिर्फ एक बार होता है।
सच्ची मोहब्बत मिलना भी तकदीर होती है, बहुत कम लोगों के हाथों में ये लकीर होती है।
ना जाने इतनी मोहब्बत कहाँ से आई है उसके लिये, कि मेरा दिल भी उसकी खातिर मुझसे रूठ जाता है।
खुशियों की दामन में आँसू गिराकर तो देखिये, ये रिश्ता कितना सच्चा है आजमा कर तो देखिये, आपके रूठने से क्या होगी मेरे दिल की हालत, किसी आइने पर पत्थर गिराकर तो देखिये।
माना कि तुम जीते हो ज़माने के लिये, एक बार जी के तो देखो हमारे लिये, दिल की क्या औकात आपके सामने, हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये!
अगर आप अजनबी थे तो लगे क्यों नहीं, और अगर मेरे थे तो मुझे मिले क्यों नहीं।
हम भी कुछ प्यार के गीत गाने लगे हैं, जब से ख़्वाबों में मेरे वो आने लगे हैं।
क्यूँ किसी से इतना प्यार हो जाता है, एक दिन का भी इंतजार दुश्वार हो जाता है, लगने लगते है अपने भी पराए, जब एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है।
भंवर से निकलकर किनारा मिला है, जीने को फिर से एक सहारा मिला है, बहुत कशमकश में थी ये ज़िंदगी मेरी, उस ज़िंदगी में अब साथ तुम्हारा मिला है।
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