Sad Shayari

Posted On: 30-09-2016

"न समझा किसी ने, न जाना किसी ने न हम ने बताया, न माना किसी ने मुहब्बत के ये कायदे भी अजब हैं न खोना किसी ने, न पाना किसी ने...

Posted On: 30-09-2016

वो नज़ारे जो कभी शौक़-ए-तमन्ना थे मुझे कर दिए एक नज़र मे ही पराये उसने रंग-ए-दुनिया भी बस अब स्याह और सफ़ेद लगे मेरी दुनिया से यूँ कुछ रंग चुराए उस ने ..

Posted On: 30-09-2016

बात ऊँची थी मगर बात ज़रा कम आँकी उस ने जज़्बात की औक़ात ज़रा कम आँकी वो फरिश्ता मुझे कह कर ज़लील करता रहा मैं हूँ इन्सान, मेरी ज़ात ज़रा कम आँकी

Posted On: 29-09-2016

याद आए कभी तो अपनी आंखें नम न करना , हम चले जाए तो सुनो तुम कोई गम न करना ! ये जरुरी तो नहीं कोई रिश्ता हो हमारा , हम मिले न मिले तुम प्यार कम न करना !

Posted On: 29-09-2016

यादों की किम्मत वो क्या जाने, जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं…

Posted On: 15-09-2016

चेहरे के रंग को देखकर दोस्त ना बनाना.. दोस्तों .. तन का काला तो चलेगा लेकिन मन का काला नहीं।

Posted On: 15-09-2016

आज भी प्यारी है मुझे तेरी हर निशानी .. फिर चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखो का पानी।

Posted On: 15-09-2016

Sitaro se bhari is raat me, Jannat se bhi khoobsurat khwab apako aaye, Itani haseen ho aane wali subah ki, Mangane se pahale hi apaki har murad puri ho jaye. Good Night.

Posted On: 15-09-2016

Udas Lamho ki na koi yad rakhana, tufaan me bhi wajud apna sanbhal kar rakhana, kisi ke zindagi ki khushi ho tum, yahi soch kar tum apna khayal rakhana.Udas Lamho ki na koi yad rakhana, tufaan me bhi wajud apna sanbhal kar rakhana, kisi ke zindagi ki khushi ho tum, yahi soch kar tum apna khayal rakhana.

Posted On: 04-09-2016

zindagi me sbse jyada wo khus h Jo dusro se jyada khud pe yakin krta h… aj kal kisi pe yakin krna hi sbse bada dukh h…

Posted On: 04-09-2016

Khabar marne ki jab aaye to yeh na samajhna hum dagebaaz the.. Kismat ne gum itne diye, bas zara se pareshan the..

Posted On: 04-09-2016

बेशक तू बदल ले अपनी मौहब्बत लेकिन ये याद रखना,, तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता!!

Posted On: 04-09-2016

मर्जी से जीने की बस ख्वाहिश की थी मैंने, और वो कहते हैं कि खुदगर्ज़ बन गए हो तुम.

Posted On: 04-09-2016

किसी ने पूछा कौन याद आता है अक्सर तन्हाई में, हमने कहा कुछ पुराने रास्ते, खुलती ज़ुल्फे और बस दो आँखें.

Posted On: 02-09-2016

दिल किसी से तब ही लगाना जब दिलों को पढ़ना सीख लो; वरना हर एक चेहरे की फितरत में ईमानदारी नहीं होती.