कोई अजनबी ख़ास हो रहा है, लगता है फिर प्यार हो रहा है.........!!!
मै उसको चाँद कह दू ये मुमकिन तो है, मगर... लोग उसे रात भर देखें ये मुझे गवारा नहीं…..!!!
मुझसे जब भी मिलो तो नज़रें उठा के मिला करो, मुझे पसंद है अपने आप को तेरी आँखों में देखना…...!!!
पहली मुलाकात थी और हम दोनों ही बेबस थे, वो अपनी जुल्फें न संभाल पाए और हम खुद को…...!!!
क़यामत टूट पड़ती है ज़रा से होंठ हिलने पर, जाने क्या हस्र होगा जब वो खुलकर मुस्कुरायेंगे.......!!!
पूछते थे ना कितना प्यार है हमें तुम से, लो अब गिन लो… ये बूँदें बारिश की…...!!!
हमारी तडप तो कुछ भी नहीं है हुजुर, सुना है कि आपके दिदार के लिए तो आइना भी तरसता है…...!!!
तेरे हुस्न को परदे की ज़रुरत ही क्या है, कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद…....!!!
दिल की किताब में गुलाब उनका था, रात की नींद में ख्वाब उनका था, कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा, मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था......!!!
अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे, हर खवाब मे बुलाया है तुझे, क्यू न करे याद तुझ को, जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे........!!!
तु मिल गई है तो मुझ पे नाराज है खुदा, कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है.....!!!
अजीब सी बेताबी है तेरे बिना, रह भी लेते है और रहा भी नही जाता…..!!!
चांद रोज़ छत पर आकर इतराता बहुत था, कल रात मैंने भी उसे तेरी तस्वीर दिखा दी........!!!
अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो, हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं........!!
bewafa se dil laga liya nadan the ham galti hamse huyi kyoki insaan the ham aj jhine najre milane me tallif hoti hai jo kuch samay pahle jaan the ham
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