1.सुकून अपने दिल का मैंने खो दिया खुद को तन्हाई के समुन्दर में डूबो दिया जो थी मेरे कभी मुस्कुराने की वजह आज उसकी कमी ने मेरी पलकों को भीगो दिया
बिकता है गम इश्क के बाज़ार में, लाखों दर्द छुपे होते हैं. एक छोटे से इंकार में, हो जाओ अगर ज़माने से दुखी, तो स्वागत है हमारी दोस्ती के दरबार में.”
सबकी ज़िन्दगी में खुशिया देने वाले, मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो. उसको मुझसे भी अच्छे दोस्त मिले, अब इस दुनिया में हम न हो.”
गुनाह करके सजा से डरते है, ज़हर पी के दवा से डरते है. दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं हमे, हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते है.”
“दोस्त को भूलना ग़लत बात है. उन्ही का तो जिंदगी भर साथ है. अगर भूल गये तो सिर्फ़ खाली हाथ है, अगर साथ रहे तो ज़माना कहेगा-‘क्या बात है'”
दिन बीत जाते है सुहानी यादें बनकर, बाते रह जाती है कहानी बनकर, पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहते है, कभी मुस्कान तो कभी, आँखों का पानी बनकर।
कहीं अंधेरा तो कहीं शाम होगी, मेरी हर ख़ुशी तेरे नाम होगी, कभी मांग कर तो देख हमसे ए दोस्त, होंठो पर हसीं और हथेली पर जान होगी।
लोग रूप देखते है ,हम दिल देखते है , लोग सपने देखते है हम हक़ीकत देखते है, लोग दुनिया मे दोस्त देखते है, हम दोस्तो मे दुनिया देखते है।
इंतजार करता है हर शाम तेरा ये दिन कटते हैं लेकर नाम तेरा जिना भी हुआ है मुश्किल बिन तेरे अब लौट आना ले इंतहान मेरा।
सब कहते है की तेरे दर्द से मुझे तकलीफहोती है ,तो सुन मेरी फितरत में नहि दर्द बया करना ,यदि सच में तेरे वजदू का एक हिंसा हु ,तो आज मसूस कर तक़लिब मेरी।
सब कहते है की तेरे दर्द से मुझे तकलीफहोती है ,तो सुन मेरी फितरत में नहि दर्द बया करना ,यदि सच में तेरे वजदू का एक हिंसा हु ,तो आज मसूस कर तक़लिब मेरी। sab kahate hai kee tere dard se mujhe takaleephahotee hai ,to sun meree phitarat mein nahi dard baya karana ,yadi sach mein tere vajadoo ka ek hinsa hu ,to aaj masoos kar taqalib meree. 151/5000 Everyone says that I suffer from your pain, so do not be afraid to express my pain, if there is really a violence of your own vigor, then today I am spellbound and trembling my wife. Send feedback History Saved Community
मत करें कि यहां पर ना कर एतबार यहां पर कुछ लोग होते हैं मतलबी जन्मों के रिश्ते एक पल में चित्त ही तोड़ जाते हैं यहां पर............|
अपनों के लिए दूसरों को भुला देना सपनों के लिए सारी जान लगा देना पर एक बात हर समय याद रखना किसी गैर के लिए अपनों को ना भुला देना
यदिअपनों का दर्द ,और पाने की चाहत न होती ,तो न कोड खुदा होता ,और न कोई इवादत होती।
Jhunnu is offline
Jack is offline
abhay is offline
anonymous is offline
Abhay is offline
KRB is offline
Robert is offline
Himanshu is offline
vikki is offline
anil is offline
sourabh is offline
manibhusan is offline
Gudu is offline
Amrita is offline
Rakesh is offline
Please Login or Sign Up to write your book.