कभी-कभी हम अपने हालात से इतना तक जाते हैं कि मौत ज़िन्दगी से ज्यादा आसान लगने लगता है|||
कुछ इस तरह से मिले हम,न मैंने उसको जी भरके देखा न वो मुझे पहचान पाई .
उदास थे हम उसको याद करके ... खुश थे वो हमको भुला करके ||
बीते हुए लम्हे जब भी याद आते है कभी आँखों में नमी तो कभी होठो पर मुस्कान बिखेर जाते है ||
बात जब इज्जत की आ जाये तो दोस्ती और प्यार दोनों छोड़ देना चाहिए , क्या खूब कहा है किसी शायर ने खुद पर वार के फेके है ऐसे वैसे बहोत मेरा गुरुर सलामत रहे तेरे जैसे बहोत ||
वो गुस्सा भी दिखाती है और बाद में शर्माती भी है | वो छूना भी नहीं चाहती है और हाथ भी लगाती है ||
किसी की अच्छाई का इतना भी फायदा मत उठाओ की वो बुरा बनने पर मजबूर हो जाय | याद रखना -बुरा वही बनता है ,जो अच्छा बनकर थक चुका होता है ||
जहा कोई कीमत होती है वही विश्वास होता है , और जहा विश्वास होता है वही पर विश्वास घात होता है ||
किसी को गलत समझने से पहले उसके हालात जानने की कोशिश करे | क्योकि हर बार इंसान बुरा नहीं होता है ,कभी कभी उसका वक्त भी बुरा होता है ||
सब हमें बेवकूफ समझते है पर मामला तो ये है हम रिस्ता दिमाग से नहीं बल्कि दिल से निभाते है | और इसलिए हम हर बार धोखा खा जाते है ||
जीवन में जो बाते खाली पेट और खाली जेब सिखाती है ,| वो कोई यूनिवर्सिटी या शिक्षक भी नहीं सीखा सकता है ||
अब चुप रहना ही सही लगता है क्योकि समझने वाला कोई नहीं है , और जो समझने वाला है वो बातो का अलग ही मतलब निकाल लेता है ||
साँस और विश्वास दो अलग अलग चीजे है ,मगर काम एक ही करते है | साँस जाए तो जिस्म ख़तम और विश्वास जाए तो रिस्ता ख़तम ||
टूटे हुए सपनो ने और छूटे हुए अपनों ने मार दिया, वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कराना सीखने आया करती थी ||
आने वाली मोहब्बत कितनी भी पसंदीदा क्यों न हो , लेकिन पीछे छूटने वाली मोहब्बत बेचैन कर ही देती है ||
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