phul hai gulab ka chameli ka mat samajhna{2Phul hai gulab} ask hu tera Teri saheli ka mat samajhna
तुमसे मोहब्बत का आलम है ये तुम्हारे नाम के लोग तक बेहद प्यार लगते हैं हमे
शायद ही ऐसा कोई लम्हा गुज़रा होगा और शायद ही ऐसी मेरी कोई ग़ज़ल गयी । ज़िक्र तुम्हारा छूटा होगा पर फिक्र तुम्हारी कभी छूटी न गयी ।।
तुम्हारे जख्मों पर मरहम लगाकर दफा हो जाऊं । मैं सोच रहा हूं तुम भी खामोश रहना और अब मैं भी खफा हो जाऊं ,।।
सपना है आंखों में मगर नींद कहीं और है, दिल तो है जिस्म में मगर धड़कन कहीं और है कैसे बयां करें अपना हाले दिल, जी तो रहे हैं मगर जिंदगी कहीं और है!
मोहब्बत रंग दे जाती है जब दिल से दिल मिलता है' लेकिन मुश्किल ये है, दिल बड़ी मुश्किल से मिलता है !!
बेवजह हम वजह ढूंढ़ते हैं तेरे पास आने को, ये दिल बेकरार है तुझे धड़कन में बसाने को, बुझती नहीं है प्यास मेरे इस प्यासे दिल की, न जाने कब मिलेगा सुकून तेरे इस दीवाने को।
तेरा ज़िक्र तेरी फ़िक्र तेरा एहसास तेरा ख्याल, तू खुदा तो नहीं फिर हर जगह क्यों है।
🩸🩸तेरे नयनोंसे जो छलके 🔷हमारे प्यारका अटूट विश्वास मैं कैसे भूला दू जानेमन वो मधूर प्यारासा एहसास 🔷रसिले होंटोंपर तेरे जो सजी प्यारी प्यारी मुस्कान होशमे भला मैं कैसे रहू 🔷कहो ना मेरी जान हर सांस पर जब आये याद तुम्हारी कैसे रोकदू सांसोंको 🔷जिसमे बसी हैं जान हमारी I Love U So -Really I Love U So🩸🩸
आप के होंठो पे सदा खिले गुलाब रहे, खुदा ना करे आप कभी उदास रहे, हम आप के पास चाहे रहे ना रहे, आप जिन्हें चाहते है वो हमेशा आपके पास रहे।
गुलाब लाये है तेरे दीदार के लिए, पर वो भी मुरझा गया तेरे नूर के आगे, तू ऐसा खूबसूरत हिरा है, की कोहिनूर भी सोचे तुझे पाने के लिए।
तुम हसीन हो, गुलाब जैसी हो, बहुत नाजुक हो ख्वाब जैसी हो, होंठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे, सर से पाँव तक शराब जैसी हो।
टूटा हुआ फू कोई ज़िन्दगी में प्यार तोह.. कोई प्यार में ज़िदंगी दे जाता हैं
तू ही बता क्या लिखुँ तेरे चेहरे का तिल लिखुँ या मोहब्बत में तड़पता मेरा दिल लिखुँ या मांगलू रब से ऐसी कोई कलम और उससे तू आके मिल लिखुँ
सर्दी में भी गर्मी का मौसम आ गया, जब मेरे हाथों के दरमियां तेरा हाथ आ गया.....
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