अपील करें, वकील करें, दलील करें, कुछ भी करें..... गर मामला दिल का है, तो फैसला उम्र कैद ही समझें....
बहुत खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी; इन्हें बना दो किस्मत हमारी; हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ; अगर मिल जाये बस मोहब्बत तुम्हारी।
tum meri khwais nhi hakkikat bn jao.... ek baar jaan maang ke dekho haste haste hi mar jau❣️❣️❣️
रख सकूं अपने प्यार को खुश, किस्मत ही कहां इतनी अच्छी थी! बिछड़ के भी ना भूल सका, मोहब्बत ही इतनी सच्ची थी!!
जी भर क देखू तुझे अगर गवारा हो, बेताब मेरी नज़रे हो और चेहरा तुम्हारा हो, जान की फिकर हो न जमाने की परवाह, एक तेरा प्यार सिर्फ और सिर्फ हमारा हो!
दिल में कुछ अरमान जगे आँखों में नज़ारे हैं, गर्दिश में सितारे हैं पर आशिक़ हम तुम्हारे हैं, नींदों ने हड़ताल करी और यादों का हंगामा है, जगी हुई हैं आँखें पर इनमें ख्वाब तुम्हारे हैं।
तेरी हर अदा मोहब्बत सी लगती है, एक पल की जुदाई मुद्दत सी लगती है पहले नहीं अब सोचने लगे है हम की, जिंदगी के हर लम्हे में तेरी ज़रूरत सी लगती है.
वजह तो नफरतों में तलाक की जाती है, जो बेवजह हो जाए वो मोहब्बत कहलाती है!
Tere Aane se Meri bikhri hui jindagi smbhal gayi😁 Tha kya mai phele aur tu ab mujhe kya bnagayi Na phele kisi ko itna chah 🤪 Na mai phele kisi le kiya itna tadpa Door hoke mujh se jitna tu tadpagayi 😛 -Shayar Kumar
मोहब्बत तो हमेशा से आसान रही है, इसे जिस्म से जोड़कर लोगों ने पेचीदा बना दिया !!
इश्क किया था हमने भी, हम भी रातों को जागे थे, था कोई जिसके पीछे हम नंगे पांव भागे थे!!
नजरें तुम्हें देखना चाहे तो आंखों का क्या कसूर, हर पल याद तुम्हारी आए तो सांसो का क्या कसूर, वैसे तो सपने पूछ कर नहीं आते, पर सपने तेरी ही आए तो हमारा क्या कसूर!!
अहसास लिखूंँ जज्बात लिखूंँ या तेरी शोख अदाओं का अंदाज लिखूंँ, मेरे जहन में वो लफ्ज़ कहाँ कि तेरे हुस्न की तमाम बात लिखूँ!!
रूह को चाहने वाले अब तो शायर हो गए, जिस्मों को चाह रखने वाले आशिकी में माहिर हो गए!!
इन होठों पे वही ख्वाहिश है, दिल में भी वही अफ़साने हैं, तू अब भी मदहोश गजल है, हम आज भी तेरे दीवाने हैं!!
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