कभी कहते थे वो हम गेरों से नहीं देखो आज वो खुद गैर बनकर बैठे है।।
मनमा बसेको छौ तिमि, तर आफ्नो बनाउनु कसरी, कहि टाढा जाउ तिमि, तिम्रो याद नआउने गरी ।
Zamane Ne Hume Kuch Na Dia, Hum Zamane Ko Kya De, Gujarish he Bas itni Hume To De Unki Mohabbat, Warna Maut Bhi N De. By Bikas..
تلخی مزاج سے آپ کے ختم ہوتی ہی نہیں کبھی انداز محبّت کے بدل کر بھی تو آئیے نا جناب کبھی
जहा छोड़ कर गए थे वही छूटे जा रहे है। ऐसा नही मोती चमकते नही पर जितने चमकते है उतने टूटे जा रहे है। हम शांत है पर सवाल है मन के भवसागर जो बार बार कूद से पूछे जा रहे है? गलती क्या थी हमारी जो टूटे जा रहे है।। मयंक त्यागी
हमें तो कबसे पता था की तू बेवफ़ा है, तुझे चाहा इसलिए की शायद तेरी फितरत बदल जाये
गलत लोग तो सभी के जीवन में आते है, लेकिन सीख हमेसा सही ही देकर जाते है
ki Mai nai maniya ossai bohat os bheed Mai Thai os k chahane wale bohat os bheed Mai tha kambhakt bs Mai he succhai Dil sai ossai chahane wala, phir b na Jane ossai Woh Ku passand Aaye is bheed mai
🌸 बहुत फर्क है उसमे और मुझ में, वो मेरे प्यार को मजाक समझती है और में उसके मज़ाक को प्यार समझता हूं 🌺
क्या करोगे तुम इस झूठी मुस्कान का जब अंदर खुद को तन्हा पाओगे. क्या करोगे तुम इस दिल का जब पहले से इसे टूटा पाओगे. क्या करोगे दीपक की रौशनी का जब जीवन में अन्धकार पाओगे. क्या करोगे इतनी दौलत का जब खुद को कब्र में पाओगे. आखिर करोगे क्या तुम जब लोगो को तुम पर हस्ता हुआ पाओगे.
Dusman jal rhe hai 😈 ki dusman jal rhe hai fir bhi ham chal rhe hai😈😈😈😈😈
"दिनभर तुम याद आती हो"॥ "हर तरफ तुम -ही-तुम नज़र आती हो"॥ "करते हुए तुम्हे याद मेरी आंखें भर आती है"॥ "फिर अचानक तुम्हारी तस्वीर मेरी आंखों के सामने आ जाती है"॥
Ye maut, ye kabr, ye janaaze, Sirf Baatein hain mere dost . Warna Mar to insaan tabhi jata hai jab use koi yaad krne wala na ho....💔
अक्सर निकल जाता हूं रातों में, उन पुरानी गलियों में, उस खाली मकान को देखने।
दुनिया को छोड़कर एक तुझे ही वे वजह अपनाया । फिर भी मैं तुझे सस्ता लगूं तो मैंने क्या पाया ।।
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