कभी लफ्ज़ भूल जाऊं कभी बात भूल जाऊं, तूझे इस कदर चाहूँ कि अपनी जात भूल जाऊं, कभी उठ के तेरे पास से जो मैं चल दूँ, जाते हुए खुद को तेरे पास भूल जाऊं।
इससे ज़्यादा तुझे और कितना करीब लाऊँ मैं, कि तुझे दिल में रख कर भी मेरा दिल नहीं भरता
आप के होंठो पे सदा खिले गुलाब रहे, खुदा ना करे आप कभी उदास रहे, हम आप के पास चाहे रहे ना रहे, आप जिन्हें चाहते है वो हमेशा आपके पास रहे।
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Happy Independence Day 15 August 2022
राखी का त्यौहार है राखी बंधवाने को भाई तैयार है, भाई बोला बहना मेरी अब तो राखी बांध दो, बहना बोली “कलाई पीछे करो,पहले उपहार दो”
बिन राखी के हर भाई का सारा गौरव झूठा है, बहन की मन्नत से, हर दुश्मन का सर टूटा है, बिना दुआ के बहना की, भाग्य भाई का रूठा है, रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का मान अनूठा है!!
जब भी मुसीबत पड़ेगी हम पर हमारे हक़ में दुवायें कौन मांगेगा, जब बहनें ही न रहेंगी इस दुनिया में तो राखी कौन बांधेगा?
जितना मुझसे लड़ती है उतना ही प्यार जताती है रूठ जाऊं मैं जो कभी मुझको वो मनाती है, घर को सुंदर बनाती वो परिवार का गहना है मेरी कलाई पर बांधे राखी वो मेरी प्यारी बहना है।
नींद अपनी भुलाकर सुलाये हमको, आँसू अपने गिराकर हँसाये सबको, दर्द कभी न देना उस देवी के अवतार को, ज़माना कहता है बहन जिसको.
रंग बिरंगी मौसम मे सावन की घटा छायी खुशियों की सौगात लेकर बहना राखी बांधने आयी बहन के हाथों से सजे भाई की कलाई सदा खुश रहे बहन और भाई. रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें
याद आता है अक्सर वो गुजरा हुआ जमाना, तेरी मीठी आवाज में भाई कहकर बुलाना, वो सुबह स्कूल के लिए तेरा मुझको जगाना, अब क्या करे बहना यही जिंदगी का तराना।
जब जब रक्षा बंधन आता है उस माँ का दिल भर आता है राखी ने उसके बेटे की भी कलाई सजाई होती है काश उसने कोख में ही बेटी ना मारबाई होती।
ना मरो सनम बेवफा के लिए, दो गज़ जमीन नहीं मिलेगी दफ़न होने के लिए! मरना हैं तो मरो वतन के लिए, हसीना भी दुप्पट्टा उतार देगी तेरे कफ़न के लिए!!
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