Latest Shayari

Posted On: 17-03-2021

Posted On: 17-03-2021

Posted On: 17-03-2021

Posted On: 17-03-2021

Posted On: 17-03-2021

Gurukul public school me aapka swagat hai

subh sandhya

Posted On: 17-03-2021

ग्राम पंचायत राज जीतपुर के समस्त जनता को 2021की अग्रिम बधाई

Posted On: 17-03-2021

हिल रहा था पानी का #कलश कीचड़ से सनी उसकी देह पर भीगे आँचल से झलकते अंग जैसे हमारी सभ्यता का शव हो! कभी गाये थे उसने कलश की पवित्र गरिमाओं के गीत अँजुरी मे भर मंत्र की तरह, और इन सभ्यताओं ने सुनी थी ओस की टप टप को संगीत में चमकते, गरजते, बरसते हुए भीगी रातों में पानी की धज को!

Posted On: 17-03-2021

घायल तो यहाँ हर एक परिंदा है , मगर जो फिर से उड़ सका वहीं ज़िन्दा है... :)

माली *प्रतिदिन* पौधों में पानी देता हॆ। मगर फल🍐सिर्फ *मौसम* में ही आता हॆ। इसीलिये जीवन में *धैर्य* रखें प्रत्येक चीज अपने *समय* पर होगी प्रतिदिन *बेहतर* काम करें समय पर फल जरुर मिलेगा । 🌻🌻🌻🌻🌻 *नेक लोगों की संगत से* *हमेशा भलाई ही मिलती हे,* *क्योंकि....* *हवा जब फूलो से गुज़रती हे,* *तो वो भी खुश्बुदार हो जाती हे.* 🍁*सुप्रभात*🍁 ----------