Latest Shayari

Posted On: 28-04-2020

कुछ दूर हमारे साथ चलो हम दिल की कहानी कह देंगे, समझे ना जिसे तुम आँखों से वो बात जुबानी कह देंगे।

Posted On: 28-04-2020

तुम्हारी ज़ुल्फ़ों के साये में शाम कर लूंगा, सफर इस उम्र का पल में तमाम कर लूंगा।

Posted On: 28-04-2020

​आपसे रोज़ मिलने को दिल चाहता है​​,​ ​कुछ सुनने सुनाने को दिल चाहता है​​,​ ​था आपके मनाने का अंदाज़ ऐसा​​,​ ​कि फिर रूठ जाने को दिल चाहता है​।

Posted On: 28-04-2020

बहके बहके ही अंदाज-ए-बयां होते हैं, आप जब होते हैं तो होश कहाँ होते हैं।

Posted On: 28-04-2020

अदा से देख लो जाता रहे गिला दिल का, बस इक निगाह पे ठहरा है फ़ैसला दिल का।

Posted On: 28-04-2020

जो तेरे गुलाबी लब मेरे लबों को छू जायें, मेरी रूह का मिलन तेरी रूह से हो जाये, ज़माने की साज़िशों से बेपरवाह हो जायें, मेरे ख्वाब कुछ देर तेरी बाहों में सो जायें, मिटा कर फ़ासले हम प्यार में खो जायें, आ कुछ पल के लिये एक-दूजे के हो जायें।

Posted On: 28-04-2020

तेरे हर गम को अपनी रूह में उतार लूँ, ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ, मुलाकात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी, सारी उम्र बस एक मुलाकात में गुज़ार लूँ।

Posted On: 28-04-2020

चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा, लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा, मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए, क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा।

Posted On: 28-04-2020

अपने दिल की जमाने को बता देते हैं, हर एक राज से परदे को उठा देते हैं, आप हमें चाहें न चाहें गिला नहीं इसका, जिसे चाह लें हम उसपे जान लुटा देते हैं।

Posted On: 28-04-2020

आ जाओ किसी रोज तुम्हारी रूह में उतर जाऊँ, साथ रहूँ मैं तुम्हारे न किसी और को नज़र आऊँ, चाहकर भी मुझे छू न सके कोई इस तरह, तुम कहो तो यूँ तुम्हारी बाहों में बिखर जाऊँ।

Posted On: 28-04-2020

मोहब्बत की कहूँ देवी या तुमको बंदगी कह दूँ, बुरा मानो न गर हमदम तो तुमको ज़िन्दगी कह दूँ।

Posted On: 28-04-2020

इजाजत हो अगर तो पूछ लूँ मैं तेरी ज़ुल्फ़ों से, सुना है ज़िंदगी एक खूबसूरत जाल है साकी।

Posted On: 28-04-2020

सुर्ख गुलाब सी तुम हो, जिन्दगी के बहाव सी तुम हो, हर कोई पढ़ने को बेकरार, पढ़ने वाली किताब सी तुम हो। तुम्हीं हो फगवां की सर्द हवा, मौसम की पहली बरसात सी तुम हो, समन्दर से भी गहरी, आशिकों के ख्वाब सी तुम हो। रहनुमा हो जमाने की, जीने के अन्दाज सी तुम हो, नजर हैं कातिलाना, बोतलों में बन्द शराब सी तुम हो। गुनगुनी धुप हो शीत की, तपती घूप मैं छाँव सी तुम हो, आरती का दीप हो, भक्ति के आर्शीवाद सी तुम हों। ता उम्र लिखता रहे कुमार हर सवाल के जवाब सी तुम हो। Sunil Kumar.

Posted On: 28-04-2020

हम आपके प्यार में कुछ ऐसा कर जायेंगे, बन कर खुशबू इन हवाओं में बिखर जायेंगे, भुलाना अगर चाहो तो साँसों को रोक लेना, वरना साँस भी लोगे तो दिल में उतर जायेंगे।

Posted On: 28-04-2020

औकात नहीं थी जमाने की जो हमारी कीमत लगा सके, पर कमबख्त इश्क में क्या गिरे मुफ़्त में नीलाम हो गए....SK.....