शायरी नहीं आती मुझे बस हाले दिल सुना रहा हूं , बेवफाई का इल्जाम है मुझ पर फिर भी गुनगुना रहा हूं, कत्ल करने वाले ने कातिल हमें ही बना दिया , खफा नहीं मैं उससे बस उसका दामन बचा रहा हूं//
सिलसिला यूं ही चलने देंगे शायरी का, हम भी तो देखें....... कब तक मेरे अल्फाज तेरे दिल तक नहीं पहुंचते।।
जख्म कहां कहां से मिले छोड़ इन बातों को , जिंदगी तू ये तो बता सफर कितना बाकी है।।
दिल कहता है कि लिख दूं , एक नजम तेरे नाम की, तुझे खुश ना कर पाऊं तो ये जिंदगी किस काम की।।
कीमत क्या लगाओगे आप मेरे प्यार की आपकी मुस्कान में छुपी है बर्बादी आपकी जान की।।
मेरा मन ये कहता है कह दूं मैं जमाने से एक चुभन सी होती इश्क को छुपाने से, जब से प्यार कि मैंने एक शमा जलाई है तब से डर नहीं लगता आंधियों के आने से।।
इस शहर से था एकदम अनजान चला आया बनने के लिए दिल का मेहमान चला आया, कितनी थी कशिश यारों उसकी मोहब्बत में मजबूर होकर के यशराज चला आया।।
कि तुम को देखा तो सांसो ने मुझसे कहा ये वही है जिसे था तराशा बहोत, शब्द हैरान है व्यक्त कैसे करें होठ कैसे कहें मैं हूं प्यासा बहोत, मैं भी खुद को समंदर समझने लगु तुम मिल जाओ आकर नदी की तरह।।
की मेरी आंखों का प्रस्ताव ठुकरा के तुम मुझसे यूं ना मिलो अजनबी की तरह, अपनी होठों से मुझको लगा लो अगर बजे उठूंगा मैं फिर बांसुरी की तरह।।
Teri yaad bhut aati hai yaar ...... ............,........,.....,
मेरे अंदाज को समझना हर किसी की बस में नहीं मै वो आशिक हूं जो मोहब्बतो का समंदर के कर चलता हूं
धूप से रूप तेरा बचाऊंगा मै सर पे रखना मुझे ओढ़नी की तरह , मेरी आंखों का पछताव ठुकरा कर के , तू मुझसे यूं ना मिलो अजनबी की तरह।
चांद चेहरे को सब शायरों ने कहा , मैं भी कैसे कहूं चांद में दाग है , दूध में थोड़ा सिंदूर मिल जाए तब , तेरा चेहरा उसी तरह बेदाग है।
मैं रूठा , तुम भी रूठ गए फिर मनाएगा कौन ? आज दरार है , कल खाई होगी फिर भरेगा कौन ? मैं चुप , तुम भी चुप इस चुप्पी को फिर तोडेगा कौन ? बात छोटी को लगा लोगे दिल से , तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन ? दुखी मैं भी और तुम भी बिछड़कर , सोचो हाथ फिर बढ़ाएगा कौन ? न मैं राजी , न तुम राजी , फिर माफ़ करने का बड़प्पन दिखाएगा कौन ? डूब जाएगा यादों में दिल कभी , तो फिर धैर्य बंधायेगा कौन ? एक अहम् मेरे , एक तेरे भीतर भी , इस अहम् को फिर हराएगा कौन ? ज़िंदगी किसको मिली है सदा के लिए ? फिर इन लम्हों में अकेला रह जाएगा कौन ? मूंद ली दोनों में से गर किसी दिन एक ने आँखें.... तो कल इस बात पर फिर पछतायेगा कौन ? *_Respect Each Other_* *_Ignore Mistakes_* *_Avoid Ego_*
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