कुछ रिश्ते अनजाने मे बन जाते है पहले दिल से फिर जिंदगी से जुड़ जाते है कहते है उस दौर को दोस्ती जिसमे अनजाने न जाने कब अपने बन जाते है !
महफ़िल से छू लो तो दाम बदल जाते हैं, ऑंखों से छू लो तो जाम बदल जाते हैं, ईश्क वो शमा़-परवी़न हैं मेरे दोस्त.... लबों से छू लो तो नाम बदल जाते हैं, और बातों से छू लो तो काम बदल जाते हैं ।।
Suno Ve Loko Sun Baleyoo Suno Ve Loko Sun Baleyoo Unhe Pura Kr Lya Chaa Odaa Unzzz Kde Kde Gall Ho Gandi aaaa Per Bakh Mere To Rah Odaaa Jide Liye Likhya Me Likhya Hath Chumme Haye Esse Saal Nika Hai Odddaaa Esse Saal Nikaa Hai Oddaaaa Ohnu Koi Na Jaane Bus Mere To Bger Saaat Sumnder Par Ek Thanda Jaye Sheer Meinu Koi Na Puchyoo Ki naaa Hai Udaaa Esse Saal Nika Hai Udaa Esse Saal Nika Hai Udaaa.... Ashi Srb
Waqt kitna ajeeb Hai kal Tum se Mohabbat thi Aaj Tumse Nafrat Kar ne Ko Bhi Dil Nahi karta hai
रात की गहराई आँखों में उतर आई, कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई, ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के, कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई। Sonu prajapati
तू मुझ से जुदा हो पर मोहब्बत कम न हो. जब भी मेरा जनाजा उठे तेरा चेहरा मेरी नजरो से दूर न हो. जब भी मुझे तेरी याद आये तू मेरी कब्र से दूर न हो. में तेरा आशिक़.
जिसने खाये है दिल पर जखम वो इस जखम से क्या घबराएगा जिसने पिये है खून के आँशु वो इस खून से क्या मर जायेगा
काश हमने तुम्हे चाहा नही होता आँशु का दरिया यूं बहाया नही होता हमे क्या पता था मौत है वहां वरना तुम से दिल लगाया नही होता
क्यों दिल के इतना करीब आ जाता है कोई क्यों प्यार का एहसास करा जाता है कोई जब आदत सी हो जाती है दिल को उसकी क्यों इतना दूर चला जाता है कोई
Sooner or later, those who win are those who think they can. Richard Bach
भूलकर हमें अगर तुम रहते हो सलामत, तो भूलके तुमको संभालना हमें भी आता है, मेरी फ़ितरत में ये आदत नहीं है वरना, तेरी तरह बदल जाना मुझे भी आता है।
काटे नहीं कटते लम्हे इंतज़ार के, नजरें बिछाए बैठे हैं रस्ते पे यार के, दिल ने कहा देखे जो जलवे हुस्न-ए-यार के, लाया है उन्हें कौन फलक से उतार के।
आज मेरी "रूह" ने मुझें बड़ा अज़ीब-सा-ताना दिया... कहा कि yash लिखते तो बहोत ख़ूब हो कभी "अमल भी किया करो..!😔
जो रोक रहे हैं तेरे रास्ते हर कदम पर तेरे अपने कहा होंगे, अगर तू चलता रहा दुनिया के कहने पर, तो सोच तेरे खुद के सपने कहां होंगे, मैं ये नहीं कहता तू हर किसी को छोड़ और किसी से भी तेरी बात ना हो ,पर उनसे जरूर दूर हो जा जिसके तेरे लिए सही खयालात ना हो।
की सुना है दुश्मन के घर में yash सभी के चेहरे उतर गए हैं ,वह अपनी शोहरत से खुश नहीं हैं ,वह मेरी इज्जत से डर गए हैं!
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