मैं आज दुआओं का असर देख रहा हूं ,हर शिंत मोहब्बत के सजर देख रहा हूं ,आंगन में उतर आए हैं ये चांद सितारे ,खुशियों से चमकता हुआ घर देख रहा हूं।
इस प्यार का अंदाज कुछ ऐसा है, क्या बताएं ये राज कैसा है और कौन कहता है तुम चांद जैसी हो, सच तो यह है चांद तुम जैसा है..
"Be patient with yourself. Self-growth is tender; it’s holy ground. There’s no greater investment." -Stephen Covey
जीवन में आधा दुःख गलत लोगों से उम्मीद रखने से आता है ! और बाकि का आधा दुःख सच्चे लोगो पर शक करने से आता है !!
मैं रोज़ लहू के दीप जलाऊंगा ..ऐ इश्क ,,,, तू एक बार अपनी मज़ार तो बता दे .. ??
मुश्किल इतनी भी न थी राह अपनी मोहब्बत की यारों, अफ़सोस उनकी फितरत और नियत ही कुछ ऐसी थी..
आंखों को देखकर इंतजार का हुनर चला गया .. . चाहा था एक शख्स को ..... ना जाने किधर चला गया ...
नंदू- पापा मुझे डी जे खरीदकर दो। पापा- नहीं दूंगा तू लोगो को तंग करेगा। नंदू- नहीं पापा, मैं किसी को तंग नही करूँगा जब सब सो जायेंगे तब मैं बजाऊंगा।
साल दर साल वक्त निकलता जाता है ! कमबख्त दिल तो दिल है हर बार संभलता जाता है !! यूं तो बारह महीने फिर तेरी आरजू में कटे ! तू वो मौसम है जो हर बार बदलता जाता है !!
जिंदगी में बहुत कुछ सिखा डाला इस साल ने किसी से बिछड़े तो किसी से मिला डाला इस साल ने।। नई उम्मीदें जागीं कहीं ,कहीं खो गयीं ख्वाहिशें! मुझे तो क्या से क्या बना डाला इस साल ने ।
चाहत के वस्ल के उम्मीद-ओ-ऐतबार में ! ये साल भी गुज़र गया, तेरे इन्तेज़ार में !! Happy New Year!
महीने फिर वही होंगे,सुना है साल बदलेगा..! परिंदे फिर वही होंगे,शिकारी जाल बदलेगा...!! वही हाकिम,वही गुरबत,वही कातिल वही गाजिब..! न जाने कितने सालों में हमारा हाल बदलेगा...!!
नजरो का क्या कसुर जो दिल्लगी तुम से हो गई! तुम हो ही इतने प्यारे कि मुहब्बत तुमसे हो गई !
तेरे जिक्र के बिना कैसे, जिंदगी की कहानी लिखूँ.! तुझे इश्क लिखूँ, वफा लिखूँ. या अपनी जिन्दगानी लिखूँ..
खामोश हो जाता हूं कभी कभी सब कुछ सहकर, कुछ फैसले मैं ऊपर वाले पर भी छोड़ देता हूं..!!
Please Login or Sign Up to write your book.