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जब तक घर में था तो ठीक था मै , जब से शहर आया तब से मै "मैं" न रहा.....📝 *~~भाई का छोटा भाई~*

मेरी बातें दुनिया को बहुत चुभती है ना एक दिन खामोश हो जाऊंगा , फिर पढ़ते रहना खामोशिया और करते रहना मेरी तारीफ , मैं चुपके से मर जाऊंगा.....✍️ ~~भाई का छोटा भाई~

मेरी छुट्टी की तारीख खुद क्या खुदा को भी नहीं पता , गांव तो जाऊंगा पर तारीख का मोहताज नहीं , मॉ मैं भी घर आऊंगा कल पर आज नहीं.....✍️ ~~भाई का छोटा भाई~

Abhi abhi to jawaani ki dahleez par pahla kadam rakha hai abhi se rota hai kya Aage ki soch dekh aage hota hai kya

मां तो आखिर मां होती है , बातें करते करते पता नहीं कहां खो जाती है , तुमको क्या लगता है दोस्त.... कि मां को तुम्हारा कमरा सजाना और तुम्हारे लिए खाना बनाना ही अच्छा लगता है , अरे मां भी कभी लड़की थी दोस्त और दुनिया कि हर लड़की की तरह मॉ को भी तारीफ सुनना अच्छा लगता है.....✍️ ~~भाई का छोटा भाई~

वक़्त हर वक़्त को बदल देता है सिर्फ वक़्त को थोड़ा वक़्त तो दो !!

दिनांक 18/02/2021 गुरूवार ~भाई का छोटा भाई मैं जीवन के उस दौर में हू जहाँ कभी-कभी मुझे स्वयं को पहचानना मुश्किल हो जाता है।मैं ठीक हूँ या कैसा हूँ?मुझसे पूछने वाला कोई नहीं हैं। इन अंधेरों से कब तक निकलूँगा यह मुझे मालूम नहीं, पर उम्मीद करता हूँ कि मरने के पहले सब कुछ ठीक हो जाएगा। अब किसी से मोह नहीं रह गया, खुद से भी नहीं.... 📝

याद तो मेरी सबको आती है , पर सिर्फ जरूरत पड़ने पर....✍️ ~जख्मी बंदा

खुली आंखों में राते गई , और यादों में गए दिन, कैसे बताऊ दोस्तों , के जी रहा हूं अपनों के बिन.... 📝 ~भाई का छोटा भाई

मुझे रुलाने की कोशिश ना कर ऐ ज़िन्दगी, मुझे चुप कराने वाला कोई नही है..... 📝 ~भाई का छोटा भाई

घर से निकलते वक्त मॉ ने दही चीनी तो खिलाया होगा , जिंदगी सवारने जा रहे हो पापा ने भी एक-दो बात बताया होगा , बडी उम्मीदों से पापा ने बस में बैठाया होगा , किसी की नजर ना लगे इसलिए मां ने टीका लगाया होगा, जिनको कभी अपने कंधों पर बिठाया था आज उसकी लाश को कैसे अपने हाथो से उठाया होगा....✍️ ~~भाई का छोटा भाई~ 😭😭😭😭😭😭😭

मां के लिए तो सब लिखते हैं , पर आज मैं उस व्यक्ति के लिए लिख रहा हूं , जिसने मेरी दुनिया बनाई , यह लिखने वाला मैं भाई का छोटा भाई , जन्म मॉ ने दी दुनिया पापा ने दिखााया , जब मुझसे चलना नहीं आता था , तब हाथ पकड़ कर चलना पापा ने सिखाया , कैसे कब और किस हालात में जीना है , यह सब पापा ने सिखाया , शर्ट अपने लिए 3 साल में , तो मुझे हर 3 महीने में दिलवाया , पापा अपने ख्वाब छोड़ कर , मेरे सारे सपने पूरा किया , जब मैं मेला गया तो मैं कहीं खो ना जाऊं , इसलिए पापा ने मुझे कंधे पे लिया, जब मै पापा के कंधे पर चढ़ गया , मैं बोला पापा मैं आप से बड़ा हो गया ,पापा बोले बेशक गलतफहमी मे तुम जाकडे रहना , पर बेटा मेरा हाथ पकड़े रहना, पापा यह गाड़ी लेना है वह खिलौना लेना है , पापा ने मुझे सब कुछ दिला दिया , पर कैसे बताऊं दोस्त पापा ने अपने लिए , एक समोसा तक नहीं लिया , किस हालात से लड़ रहे पापा , उस टाइम मुझे कहां ज्ञान था , बस खिलौने में ही मेरा पूरा जहांन था......✍️ Miss you papa💞

मेरी मौत के बाद मेरा खुद का ही होगा कन्धा , क्योकि मैं हूं जख्मी बंदा....✍️ ~~भाई का छोटा भाई~