ना दिल से होता है ना दिमाग से होता है, यह प्यार तो इत्तेफाक से होता है, पर प्यार करके प्यार ही मिले, ये इत्तेफाक भी किस्मत वालो के साथ ही होता है
गलतफहमी की गुंजाईश नहीं सच्ची मोहब्बत में, जहाँ किरदार हल्का हो कहानी डूब जाती है।
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ, जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ।
मेरी रूह को छू लेने के लिए बस कुछ लफ्ज ही काफी हैं, कह दो बस इतना ही कि तेरे साथ जीना अभी बाकी है।
नजरो से क्यों जलाती हो आग चाहत की, जलाकर क्यों बुझाती हो आग चाहत की, सर्द रातों में भी कराती हो तपन का एहसास, हवा देकर क्यों बढ़ाती हो आग चाहत की.
उदास नही होना क्योंकि मैं साथ हूँ तेरे सामने न सही पर आसपास हूँ तेरे पलके बंद करके जब भी दिल में देखोगी, मैं हरपल तुम्हारे साथ हूँ।
शिकवा करने गए थे, और इबादत सी हो गयी। तुझे भूलने की जिद्द थी, मगर तेरी आदत सी हो गयी
मोहब्बत में जुदाई भी होती है, मोहबत मे तन्हाई भी होती हैं, मोहब्बत में बेवफाई भी होती है, तू ज़रा थाम कर तो देख हाथ मेरा, तब तू जानेगी मोहब्बत में सच्चाई भी होती है.
हमने देखा था शौक-ए-नज़र की खातिर, ये न सोचा था कि तुम दिल में उतर जाओगे।
अपने दिल की जमाने को बता देते हैं, हर एक राज से परदे को उठा देते हैं, आप हमें चाहें न चाहें गिला नहीं इसका, जिसे चाह लें हम उसपे जान लुटा देते हैं
उदासियाँ इश्क़ की पहचान है, मुस्कुरा दिए तो इश्क़ बुरा मान जायेगा।
हमारी तडप तो कुछ भी नहीं है हुजुर, सुना है कि आपके दिदार के लिए तो आइना भी तरसता है……!!!
सुना है लोग जहाँ खोए वहीँ मिलते हैं, मैं अपने आपको तुझमे तलाश करता हूँ।
कुछ सोचता हूँ तो तेरा ख्याल आ जाता है, कुछ बोलता हूँ तो तेरा नाम आ जाता है, कब तक छुपा के रखूं दिल की बात को, तेरी हर अदा पर मुझे प्यार आ जाता है।
मोहब्बत क्या है चलो दो लफ़्ज़ों में बताते हैं, तेरा मजबूर करना और मेरा मजबूर हो जाना।
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