कभी-कभी तुम भी कुछ कह लिया करो, एकतरफा सुनवाई तो अदालत में भी नहीं होती!!
इससे ज़्यादा तुझे और कितना करीब लाऊँ मैं, कि तुझे दिल में रख कर भी मेरा दिल नहीं भरता।
Har pal har jagah chehre pe muskaan aa jaati hai..! Har pal har jugah unki surat nazar aati hai..! Khaane peene, sone uthne mai man nahi lagta, Jab apne pyaar se mulaqaat ho jaati hai..!
Jo kuch likhu wo tum ho..! Jo kuch sochu wo tum ho..! Har pal bas tumhara hi saath chaahu, Kyu ki jeene ki wajah tum ho..!
दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो, ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो, बहुत चोट लगती है मेरे दिल को, तुम ख्वाबो में आ कर यूँ तड़पाया ना करो...।
मेरी चाहतें तुमसे अलग कब हैं, दिल की बातें तुमसे छुपी कब हैं । तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह, फिर ज़िन्दगी को साँसों की ज़रुरत कब है ।
मेरे दिल की हर धड़कन तुम्हारे लिए है, मेरी हर दुआ तुम्हारी मुस्कराहट के लिए है । तुम्हारी हर अदा मेरे दिल को चुराने के लिए है, अब तो मेरी जिंदगी तुम्हारे इंतज़ार के लिए है ।।
गर मेरी चाहतों के मुताबिक ज़माने की हर बात होती, तो बस मैं होता..तुम होती.. और सारी रात बरसात होती ।
मोहब्बत की शमा जला कर तो देखो, जरा दिल की दुनियाँ सजा कर तो देखो, तुम्हें हो ना जाऐ मोहब्बत तो कहना, जरा हमसे नजरें मिलाकर तो देखो।
रहा नहीं जाता तेरे दीदार के बिना, जिंदगी अधूरी लगती है मेरी .. तेरे प्यार के बिना!
तेरे हर गम को अपनी रूह में उतार लू, ज़िंदगी अपनी तेरे चाहत में सँवार लूं!!
कहां से लाई हो इतनी प्यारी आंखें, जब भी देखते हैं खो जाते हैं इसमें!
नजरें ना होती तो नजारे ना होते... दुनिया में हसीनो के गुजारे ना होते... हमसे यह मत कहो कि दिल लगाना छोड़ दे... जा के खुदा से कहो कि हसीनों को बनाना छोड़ दें...
जज़्बात बहक जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं, अरमान मचल जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं, मिल जाते हैं आँखों से आँखें, हाथों से हाथ, दिल से दिल, रूह से रूह जब तुमसे मिलते हैं।
खुशबू की तरह मेरी हर साँस में, प्यार अपना बसाने का वादा करो, रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं, मेरे दिल में सजाने का वादा करो।
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