Sad Shayari

Posted On: 15-09-2022

अक्सर निकल जाता हूं रातों में, उन पुरानी गलियों में, उस खाली मकान को देखने।

Posted On: 11-09-2022

दुनिया को छोड़कर एक तुझे ही वे वजह अपनाया । फिर भी मैं तुझे सस्ता लगूं तो मैंने क्या पाया ।।

Posted On: 11-09-2022

मुर्दे की खामोशी कुछ ऐसी है जब रूह ने ही साथ छोड़ दिया तो अपनों से ये शिकायत कैसी है ।

Posted On: 11-09-2022

मुफ्त में मिलने मोहब्बत को कैसा पाकर खोना था जब मैं उसका कभी था ही नहीं तो फिर किस बात का रोना था । शायद मजबूरी ही शामिल थी उसकी तबीयत बदलने में मेरा क्या है वो आबाद रहे मुझे तो यूं ही मज़ा आता है अब तन्हा गुजरने में ।।

Posted On: 11-09-2022

वह मुझसे बिछड़कर जमाने भर के लोगों सा जा मिला । उसे उस जैसे तो बहुत मिले पर मुझसा कोई न मिला ।।

Posted On: 11-09-2022

कुछ बिखर से गये कुछ टूट से गये वो सपने ही तो थे जो मेरी हाथों की लकीरों से कुछ छूट से गये ।।

Posted On: 11-09-2022

तेरा अहसास मुझे कभी तन्हा होने नहीं देता मेरा जख्म भी कैसा अजीब है दर्द तो होता है मगर किसी को दिखाई नहीं देता ।।

Posted On: 11-09-2022

अब तो मुलाकात भी हमसे यूं खफा हो जाती । मैं उसके शहर नहीं जाता और वो मेरे शहर नहीं आती ।।

Posted On: 11-09-2022

फूल भी अब तो तेरे स्वागत में खिल उठे यह बहार भी देख सुहानी आयी । बस मेरी तकदीर ही तो मुझसे रूठी थी पर तू क्यूं न मिलने पगली मुझसे वापस आयी ।।

Posted On: 11-09-2022

पता है ओ आसमां तुझे ज़मीं याद करती है । शायद चांद खिड़की पर खड़ा है जो मेरी आंखें बात करती हैं ।।

Posted On: 11-09-2022

तेरे इश्क का कैसा यह असर है । जिस्म तो यहां है पर जां किधर है ।।

Posted On: 11-09-2022

कभी गुसार तो कभी करीब लिख रहा हूं । मैं तेरी कड़ियों की एक जरीब लिख रहा हूं ।।

Posted On: 24-03-2022

Dur rahne wale ek baat dhyan rakhna, Agar mera khayal aaye to apna khayal rakhna

Posted On: 11-03-2022

बिना जिस्म को छूए कोई रूह से लिपट जाए वही ईश्क है

Posted On: 06-02-2022

Mout se to diniya mar jati hai Aashiq to pyaar se hi mar jate hai।