अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है, जिस चीज़ को चाह है वो ही बेगानी है, हँसते भी है तो दुनिया को हँसाने के लिए, वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में इतना पानी है.....!!!
चिराग से न पूछो बाकि तेल कितना है, सांसो से न पूछो बाकि खेल कितना है, पूछो उस कफ़न में लिपटे मुर्दे से, जिन्दगी में गम और कफ़न में चैन कितना है.....!!!
पत्थरों से प्यार किया नादान थे हम, गलती हुई क्योकि इंशान थे हम, आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती हैं, कभी उसी शख्स की जान थे हम…..!!!
टूट जाऊँ मोहब्बत में या फिर टूट कर मोहब्बत करुँ, इस बार मेरे पास बस इक यहीं रास्ता हैं......!!!
जब तक ना लगे बेवफाई की ठोकर, हर कीसी को अपनी पसंद पे नाझ होता है.....!!!
हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ, हर याद पे दिल का दर्द ताज़ा हुआ.....!!!
काश तुम मौत होती तो, एक दिन मेरी जरूर होती……!!!
ना इश्क़ हार मानता, और ना ही दिल बात मानता, क्यों नहीं तुम ही मान जाते......!!!
गिनती में ज़रा कमज़ोर हुं, ज़ख्म बेहिसाब ना दिया करो.…!!!
अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो इसे मौत न समझना, अक्सर ऐसा हुआ है तुझे याद करते करते….!!!
छोड दी हमने हमेशा के लिए उसकी आरजू करना, जिसे मोहब्बत की कद्र ना हो उसे दुआओ मे क्या मांगना….!!!
साथ छोडने वालो को तो बस.. ऐक बहाना चाहिए, वरना निभाने वाले तो मौत के दरवाझे तक साथ नही छोडते.....!!!
जिंदगी तो उसकी है जिसकी मौत पे जमाना अफसोस करे, वरना जनम तो हर किसी का मरने के लिए ही होता है….!!!
मेरी सब कोशिशें नाकाम थी उनको मनाने कि, कहाँ सीखीं है ज़ालिम ने अदाएं रूठ जाने कि....!!!
फिर कहीं से दर्द के सिक्के मिलेंगे, ये हथेली आज फिर खुजला रही है........!!!
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