Tera Door Jana Pal-Pal Tadfaunda Reha, Akh Bhar Aaundi Rahi,Dil Kurlaunda Reha, Kaagzan Da Ki Zor VICKY Tez Hawawan Agge, Kalam Likhdi Rahi,Tufaan Udaunda Reha…
Ehna hwawa ne ajj fer usdi yaad dva diti , Jo khud hwa de jhoke warga, Pata ni kithe gumm ho gea o badal anokhe varga, Ajj v jad usdi yaad dil vich aa behndi a na chunde hoe v meri akh dull pendi a, Kash a hwawa jaa k dassn ke mera ki haal hai us binn, har dil de haunke vichla dukh sunawa kisnu us binn, Mud aave ik war mere lai rabb ton eho mangdi, ajj v chunni o smbaal rakhy a jo rangy usde rang di.
tere pyar di udik ne mera dil tod dita e……. tu kde sada c aj tu mukh mod lita e….. dil de armana ki koi ummid te bna janda…… apnaunda na beshk pr apne dil di ta suna janda…. tere pyar di udik ne mera sb kuj khoh lita e….. tainu apna asi kehnde c tu v mukh mod lita e……..
teri khidmat nu khudaai samajh khud nu khuraakh diti.. tun meri umraan di taangh kuj palan wich khaak kiti.. rabb mel krauna chaheha tun ohdi aas v naa paak kiti.. butt di gal chad tun meri rooh tk raakh kiti..
Teri udeek vich meri har raat langi sara chain teri takni ne maar ditta mai kuj boldi nai te tun kuj sunda v nai rab ne ditta v te kiho jeha yaar ditta kinj kra mai beyan dil de dukhre nu tun tan gairan dea haseya ch hasda aa ki maan kra mai tere sohne mukhre da ve tun na pyaar kitta te naa hi izhaar kitta.
Mein jism hega tu ruh hegi meri, dil hega mera dhadkan hegi teri, pyaar kardi hegi mere naal ta dasdi kyu ni..!! kyu kardi hegi batan vich inni deri.
Mai pawe dunya ch mashur ni .. Par kise khas de dil ch jarur mashur ha, Pawe dunya ch kadar ni .. Par kise khas de dil ch boht kadar hai, Pawe duniya ch sada koi mul ni .. Par kise khas de dil ch jarur anmule ha, Oh khas dil nu is amm je nal milwa de rabaa .. Yaa menu kise lai amm to khas bna de.
Odi palak cho hanju asi digan na ditte, Par jdo asi roye ohne chup na karaya, ohnu gale la k oda har dukh sunya, Te jdo asi dukhi hoye ohne palla na fadaya.
जली को आग कहते हैं…! बुझी को राख कहते हैं…! जिसका Missed call देखते ही इंसान घर आ जाये…! उसे “बीवी की धाक” कहते हैं…!
महिला: भैया सही रेट लगाओ हम हमेशा यही से सामान ले जाते है दुकानदार:भगवान से डरो बहनजी अभी कल ही इस दुकान की ओपनिंग हुई है |
एक पिता ने अपने बेटे को दो-तीन झापड़ रसीद कर दिए, थोड़ी देर बाद प्यार से सॉरी बोल दिया। बेटा: डैड, एक कागज लो, उसे मोड़ो, रोल बनाओ। वापस उस कागज को खोलो और देखो क्या वह पहले जैसा ही कड़क है पिता: नहीं बेटा: सही कहा, रिश्ते भी ऐसे ही होते हैं। सॉरी से काम नहीं चलता। पिता: बेटा बाहर मेरा स्कूटर खड़ा है। जाओ और उस पर एक किक मारो। बताओ क्या वह स्टार्ट हुआ। बेटा: नहीं हुआ। पिता: अब तीन-चार किक मारो। बेटा: स्टार्ट हो गया। पिता: तू भी वही स्कूटर है, कागज नहीं। ज्ञान मत दे मुझे!
GF: बेबी? BF: या डिअर GF: तुम हमेशा से मेरे साथ थे, जब मेरा वो भयानक एक्सीडेंट हुआ तब भी, जब मेरे पाचवे सेमेस्टर में 3 सब्जेक्ट में जीरो आए थे तब भी, जब मुझे किडनी में पथरी हुई थी तब भी, और जब मुझे पापा ने गुस्से में घर से निकाल दिया था तब भी.. BF: Aaawww love you baby और में हमेशा तुम्हारे साथ रहूँगा GF: अरे नई रे मेरे को लग रहा है की शायद तू ही पनोती है!
डॉक्टर : डिप्रेशन की पेशेंट से- क्या तकलीफ़ है..? लेडी पेशेंट : सर, दिमाग में बहुत उल्टे पुलटे विचार आते हैं, रुकते ही नहीं… डॉक्टर : कैसे विचार आते हैं ..? लेडी पेशेंट : जैसे अब मैं यहाँ आई हूँ तो आपके ओपीडी में एक भी पेशेंट नहीं था.. तो मैं सोचने लगी कि डॉक्टर साहब के पास कोई भी पेशेंट नहीं है, इनकी कमाई कैसे होगी, घर कैसे चलेगा, इतना पैसा डाला पढ़ाई में, अब क्या करेंगे.. हॉस्पिटल बनाने में भी बहुत पैसा लगाया होगा, अब लोन कैसे चुकाएंगे ? कहीं किसानों के माफ़िक लटक तो नहीं जाएंगे एक दिन…!! ऐसे कुछ भी विचार आते रहते हैं… अब डॉक्टर डिप्रेशन मे है।
पिता: उदास क्यों है बेटा? बेटा: नहीं बता सकता आपको। पिता: अपना दोस्त समझ के बता दे। बेटा: अब क्या बताऊं यार.. …तेरी भाभी iPhone मांग रही है। दे थप्पड़, दे थप्पड़, दे थप्पड़!
संता ने बंता को हिंदी SMS भेजा भेजने वाला महान, पढ़ने वाला गधा. बंता गुस्से में वापिस sms भेजता है: भेजने वाला गधा, पढ़ने वाला महान!!
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