हर यार ,यार नही होता । और हर यार वफादार नही होता । ये तो दिल आने की बात है, वरना यहां तो सात फेरों के बाद भी प्यार नही होता।
अक्सर वही दीए हाथों को जला देते हैं, जिसको हम हवा से बचा रहे होते हैं!
बस रहने दे ऐ दिल कोई ख्वाइस ना किया कर ,में थक गया हूं मेरे सब्र की आजमाइश ना किया कर, बता कोन है दुनिया में जिसे कभी दर्द ना मिला हो,तू यू सरेआम महफिल में मेरे जख्मों की नुमाइश ना किया कर...।।
सरल व्यक्ति के साथ किया गया छल आपकी बर्बादी की सभी द्वार खोल देती है चाहे आप कितने भी बड़े सतरंज के खिलाडी क्यू न हो
आज मैं लिखुंगा , अपनी जिंदगी की कहानी ! कत्ल कैसे हुआ मेरा , और बर्बाद हुई रूवानी ! मैं खेलता था अल्फाजों से , किसी ने मेरे दर्द कि बना दि कहानी ! शोले जलते दिल में , और बची थी जावानी ! थोड़ा रूको साहब मैं बताऊगा , अपने उबलते रक्त की कहानी । यह बात तब की है , जब शुरू हुई थी मेरी जवानी ! मैं अकेला बहुत था जिंदगी में , और लिखना चाहता था अपनी कहानी ! जिल्लत भरी जिंदगी थी मेरी , और रुसवाई की तन्हाई ! टुकड़ों में जब बटा खुद को, सबने की सराहनी ! अल्फाज मेरे नोच खा गए गिद्ध , अब क्या बताऊ अपनी कहानी ! मजे लेते लोग सभी , हँसती भीड़ की कहानी ! पर कामयाब तभी होंगा , जब बदल लू वक्त अपना ! फिर मैं लिखुंगा , अपने बदलते वक्त की कहानी ! भाई का छोटा भाई की , दुनिया होगी दिवानी ! फिलहाल मैं शून्य हूँ.... जल्द ही लिखुंगा , अपने अनंत की कहानी ! फिलहाल मैं शून्य हूँ.... जल्द ही लिखुंगा, अपने अनंत की कहानी...✍️ ~भाई का छोटा भाई
Har insaan ko apni ladaai Khud ladni padti hai Tu bhi apni ladaai ladne ko Tayyar ho jaa
गौर से देख देख इन हाथों में एक किस्सा लिखा है, देख इस दिल में तेरा हिस्सा लिखा है।।।
Kya Ghamand Karta Ho Apne Khubsurti Pe Aye Sahab Ek Din To Sabko Mithi Mein Jana Hai Aj Humko Khak Hona Hai To Kal Apko Khak Hona Hai #SAGAR_R #BOXER🥊✍️
Itne khwab sjay ku the Mujhe wo din dikhay ku the Agr jana tha tumhe to Pehle chli jati Ye rishte aage bdhay ku the
Itni Pyari Soch Tumhari Nahi Hoti Agar Tum Sab Se Mulakat Hamari Na Hoti Tadaptey Rehtein Sache Dosti K Talash Mein Aye Dost Agar Tum Sab Se Mulakat Hamari Na Hoti #SAGAR_R #BOXER🥊✍️
जो दूर हो कर भी पास होने का एहसास दिलाता हैं,जो अपना ना हो कर भी अपनापन दिलाता है,जो हमारे दिल मे रहते है उनसे दूर नहीं रहा जाता है, सही मायनों में इश्क वही कहलाता है।
मत भिड़ना मेरे दोस्तों से कहीं शहर में , नहीं दुनिया तुम्हारी लाश पाएगी नहर में , मैं ना रहूं तो कोई असर नहीं पड़ता , मेरे दोस्तों को कोई फरक नहीं पड़ता , सच कहूं तो आज भी मेरे दोस्त रखते हैं मुझे दिल में , तभी तो जब शहर जाता हूं तो दुश्मन छुप जाते हैं बिल में , आज भी अपना बहुत कहर हैं , भूल गए क्या तुम रीवा अपना पुराना शहर है , मत भिडना मेरे दोस्तों से वो ऐसे छोड़ते नहीं , जब तक ढंग की हड्डियां तोड़ते नहीं , कहीं हाथ कहीं पैर कहीं घुटना मोड़ देते हैं , जब दुश्मन की जान निकल जाती है तो छोड़ देते हैं , सच कह रहा हूँ मत भिडना मेरे दोस्तों से कही शहर में , नही दुनिया तुम्हारी लाश पाई नहर में , वो जिंदगी जीते है अपने रूल से , किसी बेगुनाह को नहीं मारते भूल से, वो दुश्मन से मिलते हैं अनजान से , फिर उसे मार देते हैं जान से , मत भिडना मेरे दोस्तों से कही शहर में , नही दुनिया तुम्हारी लाश पाई नहर में , मेरे दोस्तों के अंदर कोई नहीं है दया , मार मार के सब कुछ करा लेते हैं बया , एक गिड़गिड़ा कर मांगता रहा माफी की कर दो मुझे माफ, फिर भी उसे कर दिए साफ , इसीलिए बता रहा हूं कि माफी का कोई खाना नहीं , सच कहूं तो मारने के बाद डाक्टर के पास जाना नही , क्योंकि वो हड्डियों को इतना देते है मोड़ , कि डॉक्टर भी नहीं पाते उसका जोड , मैं अपने दोस्तों के बारे में जता रहा हूं , जी हां इंसानियत के नाते... मैं भाई का छोटा भाई बता रहा हूँ , कि मत भिडना मेरे दोस्तों से कही शहर में , नही दुनिया तुम्हारी लाश पाई नहर में , ....✍ ~भाई का छोटा भाई
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