कच्चे मकान देखकर किसी से रिश्ता ना तोडना दोस्तो..! तजुर्बा है मेरा की मिट्टी की पकड मजबूत होती है संगमरमर पर तो हमने अक्सर पैर फिसलते हुए देखा है..!!
मेरे जीने मे में मरने में तुम्हारा नाम आयेगा मैं साँसे रोक लू फिर भी यही इल्जाम आयेगा हर एक धड़कन में जब तुम हो तो फिर आपराध क्या मेरा अगर राधा पुकारेगी तो फिर घनश्याय आएगा
मुझको मालूम है, मेरा है वो मैं उसका हूँ उसकी चाहत है कि रस्मों की ये बंदिश भी रहे मौसमों से रहें ‘विश्वास’ के ऐसे रिश्ते कुछ अदावत भी रहे थोड़ी नवाजि़श भी रहे.
याद आए कभी तो अपनी आंखें नम न करना , हम चले जाए तो सुनो तुम कोई गम न करना ! ये जरुरी तो नहीं कोई रिश्ता हो हमारा , हम मिले न मिले तुम प्यार कम न करना !
यादों की किम्मत वो क्या जाने, जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं…
पसीने की स्याही से जो लिखते हैं अपने इरादों को ! उनके मुक्कदर के पन्ने कभी कोरे नहीं हुआ करते !!
हवा चुरा कर ले गयी थी मेरी गजलों की किताब ! देखो, आसमां पढ़ के रो रहा हैं , और नासमझ जमाना खुश हैं कि बारिश हो रही हैं !!
न जाने क्या कशिश है उस की मदहोश आँखों में , नज़र अंदाज़ जितना करो, नज़र उसपे ही पड़ती है...
इस जीवन के चौराहे पर, दो हृदय मिले भोले-भाले ! ऊँची नज़रों चुपचाप रहे, नीची नज़रों दोनों बोले !! दुनिया ने नयनों को देखा, देखा न नयन के पानी को ! दो प्राण मिले झूमे-घूमे, दुनिया की दुनिया भूल चले !!
मेरी दुल्हन सी रातों को, नौलाख सितारों ने लूटा ! नींदें तो लूटीं रूपयों ने, सपना झंकारों ने लूटा !! ससुराल चली जब डोली तो, बारात दुआरे तक आई ! नैहर को लौटी डोली तो, बेदर्द कहारों ने लूटा !!
जंजीर कभी तड़का-तड़का, तकदीर जगाई थी हमने ! हर बार बदलते मौसम पर, उम्मीद लगाई थी हमने !! जंजीर कटी, तकदीर खुली, पर अभी ये अंखिया प्यासी है ! तेरा प्यार कहाँ जाकर बरसे, हर घाट गगरिया प्यासी है !!
कहने को बादल बरस रहे, सदियों से प्यासे तरस रहे ! ऐसे बेदर्द ज़माने में, क्या मधुर रहे, क्या सरस रहे !!
कुछ खूबसूरत पल याद आते हैं, पलकों पर आँसु छोड जाते हैं, कल कोई और मिले हमें न भुलना क्योंकि कुछ रिश्ते जिन्दगी भर याद आते हैं|
वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है कितने मीठे हे उसकी यादो के मंज़र। कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है!!
वो तो अपनी एक आदत को भी ना बदल सका.. जाने क्यूँ मैंने उसके लिए अपनी जिंदगी बदल डाली
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