जिस जगह जाकर कोई वापस नहीं आता जाने क्यों आज वहां जाने को जी चाहता है
तुमसे ही रूठ कर तुम्ही को याद करते हैं हमे तो ठीक से नाराज़ होना भी नही आता
"न समझा किसी ने, न जाना किसी ने न हम ने बताया, न माना किसी ने मुहब्बत के ये कायदे भी अजब हैं न खोना किसी ने, न पाना किसी ने...
वो नज़ारे जो कभी शौक़-ए-तमन्ना थे मुझे कर दिए एक नज़र मे ही पराये उसने रंग-ए-दुनिया भी बस अब स्याह और सफ़ेद लगे मेरी दुनिया से यूँ कुछ रंग चुराए उस ने ..
बात ऊँची थी मगर बात ज़रा कम आँकी उस ने जज़्बात की औक़ात ज़रा कम आँकी वो फरिश्ता मुझे कह कर ज़लील करता रहा मैं हूँ इन्सान, मेरी ज़ात ज़रा कम आँकी
याद आए कभी तो अपनी आंखें नम न करना , हम चले जाए तो सुनो तुम कोई गम न करना ! ये जरुरी तो नहीं कोई रिश्ता हो हमारा , हम मिले न मिले तुम प्यार कम न करना !
यादों की किम्मत वो क्या जाने, जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं…
zindagi me sbse jyada wo khus h Jo dusro se jyada khud pe yakin krta h… aj kal kisi pe yakin krna hi sbse bada dukh h…
Khabar marne ki jab aaye to yeh na samajhna hum dagebaaz the.. Kismat ne gum itne diye, bas zara se pareshan the..
बेशक तू बदल ले अपनी मौहब्बत लेकिन ये याद रखना,, तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता!!
मर्जी से जीने की बस ख्वाहिश की थी मैंने, और वो कहते हैं कि खुदगर्ज़ बन गए हो तुम.
किसी ने पूछा कौन याद आता है अक्सर तन्हाई में, हमने कहा कुछ पुराने रास्ते, खुलती ज़ुल्फे और बस दो आँखें.
दिल किसी से तब ही लगाना जब दिलों को पढ़ना सीख लो; वरना हर एक चेहरे की फितरत में ईमानदारी नहीं होती.
तेरी दुनिया का यह दस्तूर भी अजीब है ए खुदा, मोहब्बत उनको मिलती है, जिन्हें करनी नहीं आती.
फिर नही बसते वो दिल जो एक बार उजड् जाते है, कब्रे जितनी भी सजा लो पर जिँदा कोई नही होता.
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