प्यार एक ऐसा समंदर है जिस में फंस कर कोई भी व्यक्ति निकल नहीं सकता।
प्यार एक ऐसा समंदर है जिस में फस कर कोई भी व्यक्ति निकल नहीं सकता।
इसी कश्मकश का नाम मोहब्बत हैं... आंखों में समंदर हो फिर भी प्यास रहती हैं ।
कभी क़रीब तो कभी दूर हो के रोते हैं, मोहब्बतों के भी मौसम अजीब होते हैं।
अजीब चलन है दुनिया का दीवारों में आए दरार तो दीवाने गिर जाती है , रिश्तों में आई दरार तो दीवारें खड़ी हो जाती है!
साँसों की माला में पिरो कर रखे हैं तेरी चाहतों के मोती अब तो तमन्ना यही है कि बिखरूं तो सिर्फ तेरे आगोश में।
मेरी चाहतें आप से अलग कब हैं, दिल की बातें आप से छुपी कब हैं, आप साथ रहो दिल में धड़कन की तरह, फिर ज़िन्दगी को साँसों की ज़रूरत कब है।
नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है, पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है, ना जाने क्या कशिश है आपकी चाहत में, कि कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है।
अनजान ज़िन्दगी का हक़दार... नज़रें मिल जाएं तो प्यार हो जाता है, पलकें उठ जाएं तो इज़हार हो जाता है, ना जाने क्या कशिश है आपकी चाहत में, कि कोई अनजान भी हमारी ज़िन्दगी का हक़दार हो जाता है।
इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी, ढूंढ रहे थे हम जिन्हें उन से बात हो गयी, देखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हम, वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी।
मोहब्बत खुद बताती है, कहाँ किसका ठिकाना है, किसे ऑखों में रखना है, किसे दिल मे बसाना है।
वो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है, जिन्दगी में सिर्फ एक बार होता है, निगाहों के मिलते मिलते दिल मिल जाये, ऐसा इत्तेफाक सिर्फ एक बार होता है।
सच्ची मोहब्बत मिलना भी तकदीर होती है, बहुत कम लोगों के हाथों में ये लकीर होती है।
ना जाने इतनी मोहब्बत कहाँ से आई है उसके लिये, कि मेरा दिल भी उसकी खातिर मुझसे रूठ जाता है।
खुशियों की दामन में आँसू गिराकर तो देखिये, ये रिश्ता कितना सच्चा है आजमा कर तो देखिये, आपके रूठने से क्या होगी मेरे दिल की हालत, किसी आइने पर पत्थर गिराकर तो देखिये।
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