Beautiful Shayari

JAB DHADKANO KO THAM LETA HAI KOI JAB KHYALO ME NAME HAMARA LETA HAI KOI YADE TAB OR YADGAR HO JATI HAI JAB HAME HAMSE BEHATR JAN LETA HAI KOI

Posted On: 31-01-2019

शायरी नहीं आती मुझे बस हाले दिल सुना रहा हूं , बेवफाई का इल्जाम है मुझ पर फिर भी गुनगुना रहा हूं, कत्ल करने वाले ने कातिल हमें ही बना दिया , खफा नहीं मैं उससे बस उसका दामन बचा रहा हूं//

Posted On: 29-01-2019

की मेरी आंखों का प्रस्ताव ठुकरा के तुम मुझसे यूं ना मिलो अजनबी की तरह, अपनी होठों से मुझको लगा लो अगर बजे उठूंगा मैं फिर बांसुरी की तरह।।

Posted On: 08-01-2019

महीने फिर वही होंगे,सुना है साल बदलेगा..! परिंदे फिर वही होंगे,शिकारी जाल बदलेगा...!! वही हाकिम,वही गुरबत,वही कातिल वही गाजिब..! न जाने कितने सालों में हमारा हाल बदलेगा...!!

अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​, फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे​, ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे​, अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।

फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो, जिन्दगी सिर्फ हकीक़त है हकीक़त समझो, जाने किस दिन हो हवायें भी नीलाम यहाँ, आज तो साँस भी लेते हो ग़नीमत समझो।

आंखे जो पढ़ ले, उसी को दोस्त मानना साहेब, वरना....चेहरा तो हमारा रोज दुशमन भी देखते हैं....!.

इरादतन नहीं तोड़ा ये जानता हूँ मैं लेकिन मेरे अपनों ने मुझे तोड़ा भी बहुत है. तोड़ा भी बहुत है... लेकिन मेरे अपनो नें... चलता रहा मैं धूप में संग संग जिनके रास्तों में तनहा अपनों ने छोड़ा भी बहुत है. छोड़ा भी बहुत है... लेकिन मेरे अपनो ने..

सोंच रहा था आऊँ... पर कैसे? लेकिन तुम आवाज़ देते रहना जब जब मेरी याद आये जब भी मौका मिले चाहे जैसे. जिस दिन टकरा जाएगी तुम्हारी पुकार बाधाओं की जंजीर से, टूट जाएंगे बंधन

"अपनों के अवरोध मिले, हर वक्त रवानी वही रही साँसो में तुफानों की रफ़्तार पुरानी वही रही लाख सिखाया दुनिया ने, हमको भी कारोबार मगर धोखे खाते रहे और मन की नादानी वही रही...!"

माँग मुझ से है ख़ास दुनिया की, लफ्ज़ मेरे हैं आस दुनिया की , कतरा-कतरा है शायरी मेरी , दरिया-दरिया है प्यास दुनिया की